Fardeen Khan on Sanja Leela Bhansali: बॉलीवुड के नामी डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की OTT पर डेब्यू वेब सीरीज ने काफी अच्छा प्रदर्शन दिखाया है। इस शो को लेकर दर्शक भंसाली के साथ ही अन्य एक्टर्स की काफी प्रसंशा कर रहे है। हीरामंडी के जैसी क्लास के शो को भंसाली स्क्रीन पर लाने को हर दौर में तैयार दिखे है। भासली के साथ कार्य करने वाले कलाकारों ने हर समय कहा है कि वो चीज के मामले में काफी चूजी दिखते है और किसी भी टाइम भड़कने वाले है।
इस बात को काफी सरलता से समझ सकते है कि हीरामंडी के जैसी बड़े प्रोडक्शन को ऐसे स्केल में दर्शकों के सामने इस तरीके से पेश करना भंसाली के लिए काफी उत्सुकतापूर्ण रहा होगा। सच में वो शूटिंग के दौरान काफी समय पर गुस्से में भी आए होंगे। अभी इस सीरीज में काम करने वाले फरदीन खान ने जानकारी दी है कि हीरामंडी की टीम, भंसाली से टेंपर को किस प्रकार से डील कर रहे थे।
सेट पर भंसाली का मूड डॉगी ठीक करते थे
IMDb की ओरिजिनल सीरीज “बर्निंग क्वेश्चन” में प्रतिभाग कर रही हीरामंडी की अदाकारा अदिति राव हैदरी का कहना है कि भंसाली के सर्वाधिक अच्छे फ्रेंड उनके 4 टांगो वाले बेबीज है। शो के अभिनेता ताहा शाह भी भंसाली के पास कुत्तों की फौज और उनके प्रेम की बात करते है। वे जानकारी देते है कि इन सभी में से भंसाली का सबसे प्रिय तो एक फर वाला डॉग है इसका नाम “जानू” है।
अभिनेता फरदीन खान भी बताते है कि जिस भी समय पर भंसाली खिन्न हो जाते अथवा किसी बात पर भड़के होते तो शो के सहायक डायरेक्टर उनके 25 डोगी को एक ही साथ भेजते थे। इनको भंसाली ने हीरामण्डी के सेट पर ही रखा हुआ था। इनके सेट पर आने पर तुरंत ही भंसाली शांत हो जाते थे।
दिनभर में कई कुरते बदलते हैं भंसाली
भंसाली की रचनात्मक प्रक्रिया को लेकर भी एक अन्य सिक्रेट सामने लाते हुए इसी वेब सीरीज के अभिनेता संजीदा शेख के मताबिक, एक खास बात थी कि भंसाली एक ही दिन में 3 से 4 बार अपने कुर्तो को बदला करते थे। कुर्ते को बदलने के बाद उनके मन में नए आइडिया भी जरूर आते थे।
4 दिनों तक रोने की शूटिंग हुई
रिचा चड्डा के मुताबिक हीरामंडी वेब सीरीज की स्टोरी किस प्रकार से काफी डिफरेंट थी। वे कहती है कि ये स्टोरी काफी लूज थी जैसे कि निर्देशों के मेन्यू रहते है। इसमें सिर्फ यह लिखा रहता था कि लज्जो अब बड़ा फाइनल डांस करने वाली है। इस बारे में आप नही जानते होंगे कि इसकी शूटिंग 8 दिन तक होनी है और काफी तनावपूर्ण, कठिन, उलझा हुआ अथवा मनोरंजक हो जायेगा।
हीरामंडी में ही एक खास रोल करने वाली भंसाली की भांजी अभिनेत्री शरमीन सहगल कहती है कि एक बार उनको शूटिंग में रोने का काम करना था जिसको 4 दिनों तक शूट किया गया। वो कहती है कि सुबह के 9 से रात्रि 10 बजे तक वो रोती थी और चौथे दिन में तो उनकी आंख आलू की तरह से हो चुकी थी।
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लाहौर की हीरामंडी की स्टोरी दिखाई
इस सीरीज में भंसाली का बल इस पर नहीं है कि उस समय पर लाहौर का रेड लाइट क्षेत्र किस तरह का नजर आता था। हिस्ट्री एवं संस्कृति के जानकर भी ऐसा नहीं कहते है कि अपने शिखर पर हीरामंडी वैसी रही होगी जैसी वेब सीरीज में दिख रही है। इस सीरीज में काफी बेहतरीन तरीके से तवायफों के प्यार एवं धोखे की स्टोरी को दर्शाया है जोकि आजादी से पहले के लाहौर के रेड लाइट की महिलाओ की जिंदगी से जुड़े है।