Cyber Fraud: चार तरीकों से लोगों को फंसा रहे साइबर ठग, जानें कैसे करें अपने पैसों की सुरक्षा 

साइबर अपराध आजकल एक गंभीर समस्या बन गया है, जिसमें साइबर ठग लोगों को धोखे में फंसाते हैं। ये ठग विभिन्न तरीकों का उपयोग करके लोगों को ठगते हैं, जैसे कि यूपीआई रिफंड स्कैम, ओटीपी स्कैम, फेक डिलीवरी स्कैम, और फर्जी बिल के माध्यम से। इन ठगों से बचने के…

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Reported by Atul Kumar

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आजकल के दौर में साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए लगातार नए तरीके अपना रहे हैं। हर दिन, वे लोगों के खातों को खाली करने के लिए नए युक्तियां और चालें अपनाते हैं। वे नौकरी के प्रस्ताव, आकर्षक ऑफ़र और अन्य चीजों का लालच देते हैं और फिर ऑनलाइन भुगतान करने के लिए कहते हैं। जैसे ही आप अपनी जानकारी देते हैं, आपके खाते से पैसे गायब हो जाते हैं।

इन फ्रॉड से बचने के लिए आपको बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है। यहां कुछ ऐसे तरीके दिए गए हैं जिनसे आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं।

यूपीआई रिफंड स्‍कैम 

यूपीआई रिफंड स्कैम एक ऑनलाइन धोखाधड़ी है जिसमें साइबर अपराधी लोगों को यूपीआई (Unified Payments Interface) के माध्यम से पैसे वापस करने का लालच देते हैं। यह एक नया तरीका है जिसके द्वारा अपराधी लोगों को ठग रहे हैं।

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यह कैसे काम करता है:

  • आपको एक कॉल या एसएमएस मिलता है जिसमें कहा जाता है कि आपको एक गलत लेनदेन के कारण पैसे वापस किए जाएंगे।
  • आपको एक लिंक भेजा जाता है जिस पर आपको क्लिक करने के लिए कहा जाता है।
  • लिंक पर क्लिक करने से आपको एक फर्जी वेबसाइट पर ले जाया जाता है जो एक बैंक या यूपीआई ऐप की तरह दिखती है।
  • आपसे अपनी बैंकिंग जानकारी या यूपीआई पिन डालने के लिए कहा जाता है।
  • एक बार जब आप अपनी जानकारी डाल देते हैं, तो अपराधी आपके बैंक खाते से पैसे निकाल लेते हैं।

इस स्कैम से कैसे बचें:

  • किसी भी अनजान कॉल या एसएमएस से पैसे वापस करने का लालच न लें।
  • किसी भी लिंक पर क्लिक न करें जो आपको किसी अनजान व्यक्ति या संस्था द्वारा भेजा गया हो।
  • अपनी बैंकिंग जानकारी या यूपीआई पिन किसी के साथ भी साझा न करें।
  • केवल विश्वसनीय बैंकिंग ऐप्स और वेबसाइटों का उपयोग करें।
  • यदि आपको कोई संदेह है, तो अपने बैंक या यूपीआई प्रदाता से संपर्क करें।

ओटीपी स्‍कैम 

ओटीपी स्कैम एक प्रकार का साइबर अपराध है जिसमें ठग लोगों को धोखा देकर उनका ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) प्राप्त करते हैं और फिर उसका उपयोग बैंक खाते से पैसे निकालने या अन्य धोखाधड़ी करने के लिए करते हैं।

ओटीपी स्कैम कैसे काम करता है?

ठग विभिन्न तरीकों का उपयोग करके लोगों को ओटीपी प्राप्त करने के लिए धोखा देते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • फर्जी फोन कॉल: ठग पुलिस, बैंक या सरकारी अधिकारी बनकर कॉल करते हैं और लोगों को डराते-धमकाते हैं या लालच देते हैं।
  • फर्जी एसएमएस या ईमेल: ठग बैंक या अन्य विश्वसनीय संस्थाओं से होने का दावा करते हुए फर्जी एसएमएस या ईमेल भेजते हैं।
  • सोशल मीडिया: ठग सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं और फिर उन्हें ओटीपी के लिए कहते हैं।

ओटीपी स्कैम से कैसे बचें?

  • अपना ओटीपी किसी के साथ साझा न करें: बैंक, पुलिस या कोई अन्य संस्था कभी भी आपसे फोन पर या एसएमएस के माध्यम से ओटीपी नहीं मांगेगा।
  • अनजान लिंक पर क्लिक न करें: फर्जी एसएमएस या ईमेल में दिए गए लिंक पर क्लिक न करें।
  • अपने एंटीवायरस और फ़ायरवॉल सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें: यह आपके डिवाइस को मैलवेयर से बचाने में मदद करेगा।
  • साइबर अपराध की रिपोर्ट करें: यदि आप ओटीपी स्कैम का शिकार होते हैं, तो तुरंत पुलिस या साइबर सेल को रिपोर्ट करें।

फेक डिलीवरी स्‍कैम 

फेक डिलीवरी स्‍कैम एक प्रकार का ऑनलाइन धोखाधड़ी है जिसमें साइबर अपराधी खुद को डिलीवरी एजेंट या कंपनी का प्रतिनिधि बताकर लोगों को ठगते हैं।

यह कैसे काम करता है:

  • आपको फोन कॉल या एसएमएस मिलता है जिसमें कहा जाता है कि आपके पास पार्सल या डिलीवरी है।
  • आपको पैसे या व्यक्तिगत जानकारी देने के लिए कहा जाता है।
  • यदि आप पैसे या जानकारी देते हैं, तो साइबर अपराधी आपके बैंक खाते से पैसे निकाल सकते हैं या आपकी पहचान चुरा सकते हैं।

फेक डिलीवरी स्‍कैम से कैसे बचें:

  • अनजान लोगों से कभी भी पैसे या व्यक्तिगत जानकारी न दें।
  • डिलीवरी के लिए पहले से भुगतान न करें।
  • पार्सल लेने से पहले डिलीवरी एजेंट का पहचान पत्र देखें।
  • यदि आपको संदेह है, तो कंपनी या डिलीवरी सेवा से संपर्क करें।

फर्जी बिल के माध्‍यम से धोखाधड़ी 

फर्जी बिल के माध्यम से धोखाधड़ी एक गंभीर समस्या है जिसमें व्यक्तिगत लाभ के लिए गलत बिल बनाए जाते हैं। यह व्यक्तियों और व्यवसायों दोनों को प्रभावित कर सकता है।

यह कैसे काम करता है:

  • धोखाधड़ी करने वाला एक फर्जी बिल बनाता है जो किसी वास्तविक लेनदेन का प्रतिनिधित्व करता है।
  • बिल में अतिरिक्त शुल्क या गैर-मौजूद वस्तुओं को शामिल किया जा सकता है।
  • पीड़ित को बिल का भुगतान करने के लिए कहा जाता है।
  • धोखाधड़ी करने वाला भुगतान लेकर गायब हो जाता है।

फर्जी बिल के माध्यम से धोखाधड़ी से कैसे बचें:

  • बिल का भुगतान करने से पहले ध्यान से जांच करें।
  • अनजान या अविश्वसनीय स्रोतों से बिल स्वीकार न करें।
  • बिल में शुल्कों और वस्तुओं की पुष्टि करें।
  • भुगतान करने से पहले विक्रेता की प्रतिष्ठा की जांच करें।
  • क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड का उपयोग करते समय सावधान रहें।
  • अपने लेनदेन का रिकॉर्ड रखें।

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