भारत सरकार और राज्य सरकारें लड़कियों के लिए कई योजनाएं चलाती हैं, लेकिन जानकारी का अभाव इन योजनाओं का लाभ उठाने में बाधा बन सकता है। क्योंकि कई लोगों को इन योजनाओं की जानकारी सही तरीके से नहीं मिल पाती है।
हमारे समाज में बेटियों को बेटे की तुलना में कम महत्व दिया जाता है। यह एक ऐसा कड़वा सच है, जिसके कारण बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य अवसरों में भेदभाव का सामना करना पड़ता है।
लेकिन अब चिंता की कोई बात नहीं है! सरकार ने इस भेदभाव को मिटाने के लिए अनेक पहल की हैं। राज्य और केंद्र सरकार द्वारा बेटियों के लिए कई बेहतरीन योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जो उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा को सुनिश्चित करती हैं। तो चलिए जानते हैं इन योजनाओं की सम्पूर्ण जानकारी।
बेटियों के लिए योजनाएं: सामाजिक बदलाव की पहल
भारत में बेटियों के प्रति सामाजिक नजरिया बदलना और उनके उत्थान को गति देना आज की सबसे महत्वपूर्ण सामाजिक ज़रूरत है। इसी ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। ये योजनाएं बेटियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और उन्हें सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
भारत में बेटियों के प्रति सामाजिक नज़रिया बदलने और उनके उत्थान को गति देना आज की सबसे महत्वपूर्ण सामाजिक ज़रूरत है। इसी ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। ये योजनाएं बेटियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और उन्हें सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना योजना
सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक छोटी बचत योजना है जो बेटियों के शिक्षा और विवाह ख़र्चों के लिए धन जमा करने में मदद करती है। यह योजना 2015 में शुरू की गई थी और यह एक बचत योजना है।
योजना के लाभ:
- सभी बेटियों के लिए: यह योजना 10 वर्ष तक की सभी बेटियां ले सकती हैं।
- कम योगदान: इस योजना में 15 वर्षों तक मासिक योगदान करने की आवश्यकता होती है। न्यूनतम ₹250 से लेकर अधिकतम ₹15000 रुपये तक आप इस योजना में जमा कर सकते हैं।
- कर लाभ: इस योजना में जमा किए गए धन पर आयकर लाभ भी मिलता है।
- पैसे की निकासी पर छूट: यदि आप 18 साल बाद पैसे निकालते हैं तो आपको छूट मिलती है।
- कोई टैक्स नहीं: इस योजना में जमा किए गए धन पर कोई टैक्स नहीं लगाया जाता है।
- बैंक या डाकघर में खाता: आप बैंक के साथ-साथ नजदीकी डाकघर में भी इस योजना के लिए खाता खुलवा सकते हैं।
बालिका समृद्धि योजना
बालिका समृद्धि योजना (बीएसवाई) 1997 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक सामाजिक कल्याण योजना थी। योजना का उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवारों की बेटियों के लिए शिक्षा और विवाह सहायता प्रदान करना था।
योजना के लाभ:
- जन्म के समय ₹500 की अनुदान राशि
- कक्षा 1 से 3 तक प्रति वर्ष ₹300 की छात्रवृत्ति
- कक्षा 4 से 5 तक प्रति वर्ष ₹600 की छात्रवृत्ति
- कक्षा 6 से 8 तक प्रति वर्ष ₹750 की छात्रवृत्ति
- कक्षा 9 से 10 तक प्रति वर्ष ₹1000 की छात्रवृत्ति
- विवाह सहायता के रूप में ₹1 लाख
CBSE उड़ान योजना
सीबीएसई उड़ान योजना केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) के सहयोग से शुरू की गई एक पहल है। इसका उद्देश्य इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में करियर बनाने के लिए लड़कियों को प्रोत्साहित करना है।
योजना के तहत, कक्षा 11 और 12 में विज्ञान और गणित विषयों का अध्ययन करने वाली लड़कियों को मुफ्त ऑनलाइन और ऑफलाइन संसाधन प्रदान किए जाते हैं। इन संसाधनों में वीडियो व्याख्यान, अध्ययन सामग्री, अभ्यास प्रश्न और मॉक टेस्ट शामिल हैं।
योजना के तहत लड़कियों को निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:
- मुफ्त ऑनलाइन और ऑफलाइन अध्ययन सामग्री
- विषय विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन कक्षाएं
- प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए तैयारी के लिए मॉक टेस्ट और अभ्यास प्रश्न
- करियर मार्गदर्शन और परामर्श
देश और समाज में सुधर रही है बेटियों की स्थिति
राज्य सरकारों द्वारा बेटियों के लिए चलायी जा रही योजनाओं का उल्लेख करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। देश भर में कई राज्य सरकारें बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही हैं। इन योजनाओं का लाभ उठाकर बेटियां शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक सशक्तिकरण और अन्य क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं।
बेटियों के लिए राज्य सरकारों द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ उठाना बहुत ही महत्वपूर्ण है। इन योजनाओं के माध्यम से बेटियां शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक सशक्तिकरण और अन्य क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं।