HDFC बैंक के शेयरों में 17 जनवरी 2024 को 8% की भारी गिरावट आई, जिसके कारण बैंक का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1 लाख करोड़ रुपये कम हो गया। यह गिरावट बैंक द्वारा जारी किए गए तीसरी तिमाही के परिणामों के बाद आई, जो उम्मीदों से कम थे।
HDFC बैंक के बारे में बताइए?
एचडीएफसी बैंक भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है। इसकी स्थापना 1994 में हुई थी और इसका मुख्यालय मुंबई में है। बैंक खुदरा बैंकिंग, कॉर्पोरेट बैंकिंग, और निवेश बैंकिंग सहित विभिन्न प्रकार की वित्तीय सेवाएं प्रदान करता है।
एचडीएफसी बैंक भारत में सबसे मूल्यवान बैंकों में से एक है। इसका बाजार पूंजीकरण 8 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। बैंक को मजबूत वित्तीय स्थिति, कुशल प्रबंधन और व्यापक शाखा नेटवर्क के लिए जाना जाता है।
गिरावट के मुख्य कारण
- कमजोर शुद्ध लाभ: बैंक का शुद्ध लाभ 10.7% घटकर 3,252 करोड़ रुपये हो गया, जो विश्लेषकों के अनुमान से 2.5% कम था।
- एनपीए में वृद्धि: बैंक का गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 0.48% बढ़कर 1.26% हो गया।
- निम्न शुल्क आय: बैंक की शुल्क आय 5.7% घटकर 4,431 करोड़ रुपये हो गई।
- मंदी की चिंता: वैश्विक मंदी की चिंताओं ने भी बैंकिंग शेयरों पर दबाव डाला है।
HDFC बैंक के शेयरों में गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। बैंक के शेयर 16 जनवरी 2024 को 1,678 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए थे, जो 17 जनवरी 2024 को 1,542 रुपये प्रति शेयर पर आ गए।
HDFC बैंक ने कहा है कि वह परिणामों में सुधार के लिए कदम उठा रहा है। बैंक ने कहा कि वह एनपीए को कम करने और शुल्क आय को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह देखा जाना बाकी है कि HDFC बैंक कब तक अपने परिणामों में सुधार कर पाएगा। HDFC बैंक के शेयरों में गिरावट से निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
- HDFC बैंक भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है।
- बैंक का मुख्यालय मुंबई में है।
- बैंक की स्थापना 1994 में हुई थी।
- बैंक के पास 5,600 से अधिक शाखाएं और 16,000 से अधिक एटीएम हैं।
यह जानकारी आपको HDFC बैंक के शेयरों में गिरावट को समझने में मदद करेगी।
नोट: यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। यह निवेश सलाह नहीं है।