पहले किसी खास मौके पर लोग बाहर खाने जाते थे। मगर लाइफस्टाइल और लीविंग स्टैंडर्ड बदल जाने पर आजकल रेस्टॉरेंट में जाकर खाना आम हो गया है। लोगों को लुभाने और खाने को फोटोजेनिक बनाने के लिए रेस्टॉरेंट भी नई-नई तरकीबें इस्तेमाल करते हैं, जिसमें ड्राई आइस (Dry Ice) का इस्तेमाल भी शामिल है। इसकी मदद से खाने और ड्रिंक्स से सफेद धुआं निकाला जाता है जो खाने को आई कैचर बना देता है।
यह ड्राई आइस सेहत के लिहाज से काफी खतरनाक हो सकती है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर के एक रेस्टॉरेंट में 5 लोगों की माउथ फ्रेशनर खाने के बाद बुरी तरह हालत खराब हो गई। वायरल वीडियो में देखा गया कि लोग दर्द के मारे चीख रहे थे और उल्टी कर रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक माउथ फ्रेशनर के रूप में ड्राई आइस दी गई थी।
Dry Ice कैसे बनती है?
कार्बन डाइऑक्साइड को जब करीब -78.5°C (-109.3°F) के तापमान पर सॉलिड किया जाता है तो ड्राई आइस बनती है। यह एक कंप्रेस्ड और कूलिंग गैस होती है जिसे लिक्विड फेज में पहुंचाए बिना सॉलिड स्टेज में पहुंचाया जाता है। जब यह गर्म या खुले तापमान के संपर्क में आती है जो सॉलिड से सीधा गैस बनने लगती है और सफेद-गाढ़ा धुआं उठने लगता है।
इन चीजों में किया जाता है Dry Ice का इस्तेमाल
इस कूलिंग एजेंट को शिपिंग के दौरान खराब होने वाली चीजों को बचाने, खाने या किसी चीज मे स्पेशल इफेक्ट दिखाने और लेबोरेटरी में एक्सपेरिमेंट करने के लिए आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
इंसानों के लिए खतरनाक है ड्राई आइस
अगर इसका सही इस्तेमाल नहीं किया जाए तो यह इंसानों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। इसे सीधा छूने से हाथ गंभीर रूप से जल सकते हैं। सामान्य तापमान के संपर्क में इससे भारी मात्रा में खतरनाक कार्बन डाइऑक्साइड निकलती है जो फेफड़ों के लिए नुकसानदायक हो सकती है। इसलिए उचित सावधानी और खुली जगह पर इस्तेमाल करना चाहिए।
Dry Ice खाने से क्या होता है?
ड्राई आइस का सेवन जानलेवा और गंभीर रिजल्ट देने वाला हो सकता है। यह सॉलिड कार्बन डाइऑक्साइड होती है जिसका तापमान बहुत ज्यादा कम होता है। मुंह के अंदर जाने पर इससे जीभ, तलवा, अंदरुनी अंग जल सकते हैं। इसका धुआं डायजेस्टिव सिस्टम में इकट्ठा होने से ब्लोटिंग, पेट दर्द, उल्टी और जान का खतरा हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टरी सहायता की जरूरत पड़ती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।