Business Idea : आज के समय में हर कोई अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहता है, लेकिन कम निवेश में शुरू करने वाला बिजनेस खोजना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आप छोटे निवेश में शुरू कर सकते हैं और लाखों की कमाई कर सकते हैं।
कोरोना महामारी और अब मंदी की आहट के कारण कई लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है। ऐसे में एक बार फिर से लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो सकता है। ऐसे में समझदार लोग अपनी नौकरी के साथ ही साइड बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। इससे आने वाले वक्त में उनके पास कमाई का एक और साधन भी रहे।
शुरू करें एलोवेरा की खेती
एलोवेरा एक ऐसा पौधा है जिसकी खेती भारत में कई वर्षों से की जा रही है। एलोवेरा के पौधे में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। एलोवेरा का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं, कॉस्मेटिक उत्पादों, और खाद्य पदार्थों में किया जाता है।
एलोवेरा की खेती एक कम लागत वाला व्यवसाय है। इसकी खेती के लिए किसी विशेष प्रकार की भूमि की आवश्यकता नहीं होती है। एलोवेरा के पौधे को किसी भी प्रकार की मिट्टी में लगाया जा सकता है। एलोवेरा की खेती से अच्छी आय प्राप्त की जा सकती है। एलोवेरा के पत्तों को तोड़कर उसे ताजा या संसाधित करके बेचा जा सकता है। एलोवेरा के पत्तों से कई प्रकार के उत्पाद बनाए जाते हैं, जैसे- एलोवेरा जेल, एलोवेरा शैम्पू, एलोवेरा साबुन, आदि।
एलोवेरा की खेती के लिए मानसून का मौसम है सबसे उपयुक्त
एलोवेरा की खेती के लिए सबसे अच्छा समय मानसून का मौसम होता है। इस समय मौसम अनुकूल होता है और पौधे की अच्छी वृद्धि होती है। एलोवेरा की खेती के लिए आप पूरे वर्ष में किसी भी समय रोपण कर सकते हैं, लेकिन मानसून के मौसम में रोपण करने से पौधे की अच्छी वृद्धि होती है और उत्पादन भी अधिक होता है। मानसून के मौसम में मिट्टी में नमी होती है, जिससे पौधे की जड़ें अच्छी तरह से विकसित होती हैं और पौधा मजबूत होता है। इसके अलावा, मानसून के मौसम में पौधे को पानी देने की आवश्यकता नहीं होती है।
एलोवेरा के पौधे को रोपने के लिए भूमि की तैयारी करना आवश्यक है। भूमि को अच्छी तरह से जोतकर उसमें गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट मिला दें। इसके बाद भूमि को समतल कर लें। एलोवेरा के पौधों को 1 मीटर की दूरी पर लगाया जा सकता है। रोपण करते समय पौधे के चारों ओर मिट्टी को अच्छी तरह से दबा दें। एलोवेरा के पौधों को नियमित रूप से पानी दें। गर्मियों में पौधों को दिन में दो बार पानी दें।
एलोवेरा के पौधों को साल में दो बार उर्वरक दें। पहली बार रोपण के बाद और दूसरी बार वर्षा ऋतु के बाद। एलोवेरा के पौधों को कीटों और रोगों से बचाने के लिए समय-समय पर कीटनाशक और रोगनाशक का छिड़काव करें।एलोवेरा के पौधे 3-4 वर्ष में पहली बार फल देते हैं। एक पौधे से लगभग 10-15 किलो फल प्राप्त किए जा सकते हैं।एलोवेरा के फल को ताजा या संसाधित करके बेचा जा सकता है।
जाने कितनी होगी बिजनेस में कमाई?
यदि आप एलोवेरा के पौधों को अच्छी तरह से देखभाल करते हैं, तो एक पौधे से लगभग 10-15 किलो फल प्राप्त किए जा सकते हैं। यदि प्रति किलो फल का भाव 50 रुपये है, तो एक पौधे से 500-750 रुपये की कमाई की जा सकती है। यदि आप एलोवेरा के फल को संसाधित करके बेचते हैं, तो कमाई और भी अधिक हो सकती है। एलोवेरा के फल से जेल, शैम्पू, साबुन, आदि कई प्रकार के उत्पाद बनाए जाते हैं। इन उत्पादों का बाजार मूल्य प्रति किलो 100 रुपये से अधिक हो सकता है।कुल मिलाकर, एलोवेरा की खेती से अच्छी आय प्राप्त की जा सकती है। यदि आप एक सफल व्यवसायी बनना चाहते हैं, तो एलोवेरा की खेती एक अच्छा विकल्प है।
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