Israel Syria: सरिया की राजधानी दमिश्क पर दुबारा इजराइल के अटैक की न्यूज आई है। सीरियाई रक्षा मंत्रालय के अनुसार 2 मई में रात्रि के समय दमिश्क में बाहर के क्षेत्र पर एयर स्ट्राइक से उनके 8 सैनिक हताहत हुए है। इस घटना पर इजराइल की आर्मी का कहना है कि वो विदेशी मीडिया की रिपोर्टों पर कुछ नही कहते है।
सीरिया ने गाजा में जारी संघर्ष से अपने को बचाकर रखा है और दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास के नजदीक की बिलिंग में हुए अटैक को लेकर इजराइल को दोषी कहा था। फिर ईरानी मिसाइलों का जवाब भी इजराइल की तरफ से दिया गया। किन्तु सीरिया के अभी तक इजराइल से सीधे न भिड़ने की क्या वजह है। सीरिया सरकार के गठबंधन करने वाले एक सुरक्षा सूत्र के अनुसार यह एयर स्ट्राइक, सीरिया के सुरक्षा बलो के ओर से चलाई जाने वाली बिल्डिंग पर किया गया है।
सीरियाई सुरक्षा बल की बिल्डिंग पर अटैक
गठबंधन के सूत्र के अनुसार यह अटैक सीरिया के सुरक्षा बलो की बिल्डिंग पर हुआ है। जानकारी है कि ये बिल्डिंग सैय्यदा जैनब दरगाह के एकदम दक्षिण में स्थिति है। यही पर ईरानी एवं हिजबुल्लाह की आर्मी भी इकट्ठा है। साल 2011 में भी इजराइल की आर्मी ने सीरिया पर काफी अधिक अटैक किए थे। यह अटैक आर्मी की चौकियों एवं ईरानी सपोर्ट के लड़को को टारगेट करता था। बीते साल 7 अक्टूबर में गाजा पट्टी में ईरानी समर्थन वाले फिलिस्तीनी ऑपरेटिव ग्रुप हमास का इजराइल से युद्ध होने पर यह अटैक भी काफी अधिक बढ़े है।
सीरिया स्थित ईरानी दूतावास पर हमला
अप्रैल की पहली तारीख पर सीरिया की राजधानी दमिश्क में मौजूद ईरान के दूतावास के नजदीक एयर स्ट्राइक के बाद 11 नागरिकों के मरने की न्यूज आई थी। अटैक में ये बिल्डिंग एकदम तहस नहस हो चुकी थी। ईरान ने भी इस अटैक के पीछे इजराइल को कहा था। फिर 13 अप्रैल को रात्रि के समय ईरान ने भी इजराइल पर सैकड़ो की तादात में ड्रोन एवं मिसाइलों से अटैक किया था।
इजराइल ने दी धमकी
एक न्यूज पेपर के अनुसार पश्चिम के राजनयिक ने नाम न छापे जाने की शर्त पर जानकारी दी कि इजराइल की तरफ से असद को साफ अलर्ट जारी हुआ है कि अगर सीरिया को उनके विरोध में यूज करते है तो वो उनकी सत्ता के मिटा देंगे।
रूस-ईरान में संतुलन बना रहा सीरिया
सीरिया के प्रेसिडेंट बशर असद की सरकार भी रूस एवं ईरान के मध्य एक बारीक बैलेंस को जारी रखने के प्रयास में है। इन दोनो ही देशों ने सीरिया को उसके गृहयुद्ध के समय मदद दी है एवं खो चुके इलाके को फिर से पाने में सहायता दी है। सीरिया भी एक्सिस ऑफ रेजिस्टेंस का भाग है जोकि ईरानी समर्थित ग्रुप्स का गठबंधन है। इसी ने अक्टूबर से इजराइल एवं उसकी प्रोपर्टियो के ऊपर अटैक की शुरुआत की थी।
किंतु सीरिया के सहयोगी देश रूस के इजराइल के साथ राजनैतिक रिश्ते है और रूस सीरिया के दक्षिण में स्थिरता के ऊपर बल देने का काम कर रहा है जोकि गोलन हाइट्स की बाउंड्री में है।
रूस-यूएई की अपील का असर
एक अमेरिकी संस्थान के सदस्य के मुताबिक रूस एवं UAE की तरफ से सीरिया को लड़ाई से दूरी बनाने की अपील हुई है। देखने में लगता है कि सीरिया ने भी रूस एवं UAE की इस अपील पर गौर किया है। हिजबुल्ला एवं सहयोगी ग्रुप के अटैक के बाद भी गोलान हाइट्स के संग इसकी बाउंड्री तुलनात्मक रूप से शांति से है।
यह भी पढ़े:- कांग्रेस ने अपनी लिस्ट जारी की, राहुल गांधी रायबरेली से और अमेठी से केएल शर्मा उम्मीदवार होंगे
खाली क्षेत्र पर सीरिया ने 26 रॉकेट दागे
एक रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक गाजा युद्ध के बाद से सीरिया की तरफ से सिर्फ 26 रोकेटो को भी दगा गया है जिनमें से अधिकतर खाली स्थानों पर गिराए गए है। यह अमेरिका एवं दूसरी जगह पर एक कोड की तरह से लिया गया की सीरिया के प्रेसिडेंट असद गाजा युद्ध से बाहर रहने के इच्छुक है। असद की आशा है कि अरब एवं पश्चिम उनके संयम पर कुछ मुआवजा अवश्य देने वाले है।