साड़ी पहनने वाली हर महिला जानती है कि यह एक ऐसा टाइमलेस और एलिगेंट ऑउटफिट है, जिसकी वर्सेटाइलिटी और खूबसूरती हर दिन बढ़ती ही जा रही है। हालांकि, इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण क्योंकि साड़ी पहनकर एकदम से एक्स्पेन्सिव लुक नजर आता है। यही तो एक वजह भी है कि इस ऑउटफिट ने न केवल दुनिया भर के फैशन डिजाइनरों को प्रभावित किया है बल्कि रनवे पर भी ये अटायर धूम मचा रहा है। साड़ी की पॉपुलर्टी का अंदाजा आप इसी बात से लगा लीजिए कि हर महिला अपनी अलमारी में चंदेरी से लेकर बनारसी, साउथ सिल्क से लेकर कांजीवरम साड़ी तक का कलेक्शन रखना चाहती है।
हां, वो बात अलग है कि कांजीवरम साड़ी पहनना ज्यादातर महिलाओं को पसंद होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक तो यह साड़ी वजन में बहुत हल्की होती है। वहीं इसका फैब्रिक प्योर सिल्क में होता है। लेकिन यह भी सच है कि कांजीवरम साड़ियों के नाम पर बाजार में बहुत ज्यादा धोखाधड़ी होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हम जैसे ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें कांजीवरम फैब्रिक की सही परख और पहचान नहीं होती है। वह महंगे दाम पर नकली कांजीवरम फैब्रिक खरीद लाते हैं। (सभी तस्वीरें- इंस्टाग्राम)
धागे से कर सकते हैं पहचान
असली कांजीवरम साड़ी बनाने के लिए रेशम के धागों का उपयोग किया जाता है। रेशम के इस धागे की बनावट दानेदार होती है। आप धागों को छूकर भी असली और नकली कांजीवरम साड़ी की पहचान कर सकती हैं। वहीं नकली साड़ी घिसते समय धीमी आवाज निकलेगी। वहीं इसकी जरी में भी लाल रंग के बजाए सफेद धागा होगा।
सिल्क क्वालिटी
फ्योर कांजीवरम साड़ियां हाई क्वालिटी वाले सिल्क से बनी होती हैं, जिनकी बनावट नरम और चिकनी होती है। मुलायम और शानदार स्पर्श महसूस करने के लिए आप कपड़े पर अपनी उंगलियां फिराकर देख सकते हैं। वहीं ऑथेन्टिक कांजीवरम साड़ी में प्राकृतिक चमक होती है, जो इसे एक रिच अपीरियंस देती है।
ऐसे में अगर आप असली-नकली में पहचान करना चाहते हैं, तो साड़ी को रोशनी के सामने पकड़ें। वहीं असली कांजीवरम साड़ी में हेवी वर्क होने के बावजूद भी वह लाइटवेट होती है जबकि नकली कांजीवरम बहुत हेवी होता है।
जरी का काम
कांजीवरम साड़ियां अपने जटिल जरी वर्क के लिए जानी जाती हैं। इन साड़ियों में मैटलिक धागे का उपयोग कर एलेब्रेट पैटर्न बनाए जाते हैं। असली जरी-सिल्वर कोटेड गोल्ड से बनी होती है, जिनकी प्योरिटी सुनिश्चित करने के लिए हॉलमार्क का निशान भी होता है।
इतना ही नहीं, प्योर कांजीवरम साड़ियों में फीचर डिटेलिंग के साथ फाइन जरी की बुनाई होती है। मोटिफ्स अच्छी तरह से वेल डिफाइन होते हैं। कम शब्दों में कहें तो असली कांजीवरम साड़ी में मुगल इंस्पायर्ड डिजाइन बने होते हैं। बार-बार धोने के बावजूद भी इनकी चमक कभी नहीं जाती है।
जलाकर करें असली कांजीवरम की पहचान
अगर आप असली कांजीवरम साड़ी की एक धागे को जलाकर देखेंगे, तो उससे गंधक जैसी महक आने लगेगी। अगर साड़ी जलाने के बाद राख न बने तो जान लें कि वह नकली कांजीवरम है। वहीं प्योर कांजीवरम साड़ियों में हाई क्वालिटी गुणवत्ता वाले रंगों का उपयोग किया जाता है। साड़ी के एक छोटे से हिस्से को सफेद कपड़े से रगड़कर ब्लीडिंग या फेडिंग जैसे लक्षण की जांच करें।
- क्या 2 हजार के नोट के बाद 500 रुपये का नोट बंद करेगा RBI, देखें क्या कहा आरबीआई ने
- Home Loan Details: होम लोन लेने से पहले इन बातो को जान लें, वरना हो जायेगा फ्रॉड
- Jal Jeevan Mission Yojana New List: जल्दी करिए जल्दी करिए, जल जीवन योजना की नई लिस्ट में अपना-अपना नाम चेक, यहां पर मिलेगी पूरी जानकारी
- 4 महीने की बच्ची ने रचा इतिहास, 120 चीजों की पहचान कर बनाया नोबेल वर्ल्ड रिकॉर्ड
- टॉप 10 देश जिनके पास है सबसे अधिक सोना, जानें भारत का स्थान कहां है?