Farooq Abdullah on Pok: जम्मू-कश्मीर के भूतपूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला का कहना है कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नही पहनी हुई है और वो परमाणु बम भी रखता है जोकि हमारे ऊपर गिरेंगे। फारुख का ये बयान देश के डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह की तरफ से पीओके के भारत में मिलने वाले बयान के बाद आया है।
PoK के लोग भारत में मिलना चाहते है
पिछले माह में ही दार्जलिंग की रैली ने राजनाथ सिंह का बयान था कि भारत के विकास को देखकर पाकिस्तान के कब्जाए हुए कश्मीर में भी लोग भारत से जुड़ने की मांगे करने लगेंगे। रक्षा मंत्री के अनुसार चिंता न करें, POK हमारा था और हमारा रहेगा। देश की शक्ति बढ़ने में लगी है और विश्वभर में देश का सम्मान एवं इकोनॉमी भी तेज गति से बढ़ रही है। इस समय POK के भाई-बहन स्वयं भारत में आने की डिमांड करने वाले है।
370 नही होने पर भी आतंकी हमला – फारुख
पुंछ में हुए आतंकवादी अटैक को लेकर भी फारुख प्रश्न करते दिखे। उनके मुताबिक ये काफी दुखद है और भाजपा कहती थी कि आतंक को लेकर धारा 370 जिम्मेदार है लेकिन आज तो 370 नही है फिर इस देश में आतंकवाद है अथवा नहीं, इस बात का उत्तर गृहमंत्री अमित शाह से पूछे? देश के जवान रोज शाहिद हो जाते है किंतु वो चुप है।
LoC पर तैनात दोनो देशों के सैनिक
पीओके मतलब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का वो भाग है जोकि पाकिस्तान से जुड़ता है। साल 1947 के विभाजन होने पर पाकिस्तान ने कबाइली विरोध की सहायता से इस भाग पर अधिकार कर लिया था। भारत की आर्मी इस भाग को पाने को लेकर युद्ध कर रही थी किंतु इसी वक्त पर उस समय के पीएम जवाहरलाल नेहरू कश्मीर मामले में यूनाइटेड नेशन में लेकर गए।
यूएन ने तत्काल हस्तक्षेप करके दोनो देशों में लड़ाई को रोका और दोनो सेना अपने क्षेत्र में बनी रही। इस समय से ही दोनो तरफ की सेना अंतर्राष्ट्रीय सीमा के स्थान पर LoC (लाईन ऑफ कंट्रोल) के आर पार तैनात है। इस समय दोनो सेनाओं के मध्य में 840 किमी लंबी रेखा एलओसी के रूप में है।
PoK भारत का ही हिस्सा है – जयशंकर
विदेश मंत्री जयशंकर ने भी ओडिशा की यात्रा पर पीओके को भारत का भाग कहा है। उनके अनुसार लोगो ने पीओके को भुला दिया था किंतु इस समय लोग इसको दुबारा भारत का भाग बनाने को इच्छुक है। कटक में जयशंकर ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि पीओके कभी भी देश के बाहर नहीं रहा और वह भारत का ही भाग है। आप जानते होंगे कि वहां पर बाहर के लोगो का कंट्रोल किस तरह से हुआ था। जिस समय पर घर का कोई संरक्षक नही रहता तो बाहरी (पाकिस्तान) की तरह से चोरी करते है। संरक्षण ने ही घर में घूसपैठ की अनुमति दे डाली थी।
पाकिस्तान के आजाद होने के आरंभिक वर्षो में इस इलाके में ध्यान नहीं रखा गया और पीओके की स्थिति बिगड़ गई। अब आगे क्या होगा यह कह पाना कठिन है किंतु आपको बता दूं कि भारत के लोग पीओके को भूले नहीं है।
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1 साल में सेना पर हमले बढ़े
शनिवार को पूंछ में मौजूद वायुसेना के लोगो पर अटैक हुआ था और 1 अधिकारी शहीद हो गए। इस अटैक को जम्मू-कश्मीर के भूतपूर्व डीजीपी ने चुनावो से पूर्व दहशत लाने का षड्यंत्र कहा। उनके मुताबिक, राजौरी एवं पूंछ जिले में आतंकवादियों का एक्टिव होना चिंतित करने वाली बात है। 1 वर्ष के समय में इसी दो जिलों के 120 किलोमीटर के क्षेत्र में 7 आतंकवादी अटैक हो चुके है। जिसमे 3 बार सैनिकों के काफिले पर अटैक हुआ है। वे तीनों अटैक सुरक्षा की चूक को दर्शाते है और आर्मी की गतिविधियां ड्रोन से देखनी चाहिए।