Husband-Wife Relation: पति और पत्नी के बीच में झगड़ा होना आम बात है, क्योंकि जब दो लोग एक साथ रहेंगे तो थोड़ी बहुत नोंकझोंक होगी ही. हालांकि कभी ऐसी लड़ाई को लंबा नहीं खींचना चाहिए और गिले शिक्वे को जल्द दूर करना ही बेहतर है. कई साइकोलॉजिस्ट का मानना है कि हैस्बैंड और वाइफ के बीच क्यूट फाइट होते रहने चाहिए, क्योंकि इससे रिश्ता मजबूत होता है. आइए जानतें हैं कि हल्की फुल्की नोंकझोंक क्यों जरूरी है. हम इस बात को क्लीयर कर दें झड़गे से हमारा मतलब सिर्फ बहसबाजी है, क्योंकि इस रिश्ते में फिजिकल वायलेंस की कोई जगह नहीं होनी चाहिए.
1. केयरिंग नेचर का पता चलता है
अगर आप किसी बात के लिए उन्हें रोक रहे हैं, या उनको बेहतर बनाने के लिए हल्की फुल्की डांट लगाते हैं, तो इससे पता चलता कि आप अपने बेटर हाफ के लिए कितना अच्छा सोचते हैं. अगर उनके किसी भी एक्शन पर आप रिएक्ट नहीं कर रहे हैं, तो लाइफ पार्टनर को ऐसा महसूस हो सकता है कि आपको उनकी जरा भी फिक्र नहीं है.
2. दिल का हाल बयां हो जाता है
कई बार हम गुस्से पर कंट्रोल करके अपने जेहन में चल रही बातों को छिपा लेते हैं, लेकिन जब एंगरी होते हैं तो अक्सर दिल की भड़ास निकल जाती है और दिल का हाल बयां हो जाता है. इससे पार्टनर को भी पता लगता है कि आपको किस बात से तकलीफ होती है, और आइंदा से वो इस बात का ख्याल रखते हैं.
3. पॉजिटिव नतीजे सामने आते हैं
कई बार जब कपल्स के बीच तीखी बहस होती है तो चीजें सुलझने लगती है और दोनों किसी पॉजिटिव नतीजे पर पहुंचते हैं, ऐसी डिबेट भविष्य की दिशा तय करने के लिए जरूरी है. इससे पति-पत्नी के बीच रिश्ता और मजबूत हो जाता है.
4. अपनापन बढ़ता है
साइकोलॉजी के मुताबिक आप सिर्फ उसी इंसान से झगड़ा करते हैं, जिसको अपना मानते हैं. अगर पति और पत्नी के बीच बहसबाजी हो रही है तो इसका मतलब ये है कि दोनों को एक दूसरे में अपनापन नजर आ रहा है, ये मजबूत रिश्ते के लिए सुखद संदेश होता है.