वोटिंग का इतिहास: भारत में सबसे पहले वोट किसने दिया?

क्या आपको पता है भारत में सबसे पहले वोट किसने दिया, नहीं? तो जानें भारत का पहला वोटर कौन था

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Reported by Atul Kumar

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भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, और लोकतंत्र का आधार है मतदान। हर वयस्क नागरिक को मतदान का अधिकार है, और यह अधिकार एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी है। आज हम आपको देश के पहले वोटर, श्याम सरन नेगी की प्रेरणादायक कहानी सुनाने जा रहे हैं।

श्याम सरन नेगी भारत के पहले वोटर

श्याम सरन नेगी, जिन्हें आजाद भारत के पहले वोटर के रूप में जाना जाता है, का जन्म 1 जुलाई 1917 को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के कल्पा में हुआ था।

उनका जीवन शिक्षा, सामाजिक कार्यों और लोकतंत्र के प्रति समर्पण से भरा था।

  • नेगी ने कल्पा में अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी की।
  • उन्होंने रामपुर में अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त की।
  • उन्होंने 1940 में शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया।
  • वे 1972 में सेवानिवृत्त हुए।

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श्याम सरन नेगी आजाद भारत के पहले वोटर थे। उन्होंने 25 अक्तूबर 1951 को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में अपना वोट डाला था। यह भारत के पहले आम चुनाव से पहले था, जो 1952 में हुआ था। हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी के कारण, चुनाव 1951 में ही आयोजित किए गए थे।

नेगी का जन्म 1 जुलाई 1917 को किन्नौर के कल्पा में हुआ था। उन्होंने 10 साल की उम्र में स्कूल जाना शुरू किया और पांचवीं कक्षा तक पढ़ाई की। इसके बाद, वे रामपुर गए और अपनी नौवीं कक्षा तक की शिक्षा पूरी की।

उन्होंने 1940 से 1946 तक वन विभाग में वन गार्ड के रूप में काम किया। 1946 में, वे शिक्षा विभाग में शामिल हुए और कल्पा लोअर मिडल स्कूल में अध्यापक बन गए।

नेगी 1972 में सेवानिवृत्त हुए, लेकिन वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे। उन्होंने अपने जीवनकाल में 16 लोकसभा चुनावों और 14 विधानसभा चुनावों में वोट डाला। नेगी 106 वर्ष की आयु तक जीवित रहे और 5 नवंबर 2022 को उनका निधन हो गया। उनकी प्रतिबद्धता और लोकतंत्र के प्रति समर्पण उन्हें भारत के चुनावी इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बनाता है।

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