World Malaria Day 2024: प्रत्येक वर्ष 25 अप्रैल के दिन वर्ल्ड मलेरिया दिवस मनाते है जोकि मच्छरों से फैलने वाली सामान्य किंतु जानलेवा रोग है। आम नागरिकों को इस बीमारी के प्रति जागरूकता लाने के लेकर ही यह दिन हर साल विश्व मलेरिया दिवस की तरह से मनाने की शुरुआत हुई है। सभी लोगो को ये बात जान लेनी चाहिए कि मेलरिया का शिकार होने पर उनको किन चीजों को खाना है और किन चीजों को नहीं।
बीमारी चाहे जो भी हो डॉक्टरों मरीज के खानपान पर विशेष ध्यान रखने का परामर्श देते दिखते है। सेहतमंद एवं संतुलित भोजन रोगों से तो रक्षा करता ही है वरन मरीज के शीघ्रता से ठीक होने में मदद करता है। यह बॉडी को ऊर्जा देता है और इसकी बेहतर होने का प्रोसेस काफी तेजी पकड़ लेता है। कभी भी मलेरिया को लापरवाही से लेने की गलती नही करनी चाहिए चूंकि ये पेट से लेकर किडनी तक के फेल होने का कारण बन सकता है।
लाखो के मरने की वजह बना मलेरिया
प्रतिवर्ष मलेरिया की वजह से लाखो नागरिक अपनी जान गंवा देते है और भारत भी इससे अछूता नहीं है। वैसे बीते कुछ सालों में विस्तृत रूप से कैपनिंग एवं जागरूकता मिशन के बाद हमारे देश में मलेरिया के केसों में खास कमी हुई है। रिपोर्ट को देखे तो भारत के मलेरिया मामलो में वर्ष 2020 में 45% एवं वर्ष 2021 में 13% तक की कमी होने के साथ और कमी जारी है।
मलेरिया रोगियों को क्या खाना चाहिए
प्रोटीन से भरपूर डाइट लें
मलेरिया हो जाने के बाद बॉडी के ऊतकों को काफी हानि होती है तो भोजन में प्रोटीन से युक्त आहार लेना अनिवार्य हो जाता है। इसके अतिरिक्त कार्बोहाइड्रेट को भी सही प्रकार से लेना है। प्रोटीन एवं कार्बोहाइड्रेट को ठीक तरीके से लेने पर इन उतको के बनने में मदद मिलती है। इन चीजों के लिए दूध, दही, छाछ. मछली, मुर्गी और अंडा आदि को ले सकते है।
तुरंत ऊर्जा देने वाले पेय पदार्थ ले
बुखार आने पर मरीज की भूख भी कम हो जाती है इस कारण से बॉडी में उर्जा के होने का अहसास नही होता है। ऐसे में सही भोजन ने लेने पर मरीज की रिकवरी भी ठीक तरह से नही हो सकेगी। जिस मरीज का कुछ खाने का दिल नहीं कर रहा हो तो वो अपनी डाइट में गन्ने का रस, फ्रेश फ्रूट का जूस, नारियल का पानी एवं शिकंजी आदि की मात्रा को बढ़ाने का काम करें, ये हर प्रकार से सेहतमंद विकल्प होगा।
विटामिन ज्यादा मात्रा में लेना होगा
मलेरिया के रोगी की बॉडी में पानी एवं इलेक्ट्रोलाइट्स भी कम हो जाता है जोकि अन्य दिक्कतों का कारण बनता है। अब बॉडी में इनके संतुलन को कायम रखने को लेकर जूस, स्टू, सूप, चावल का पानी, दाल का पानी, नारियल पानी इत्यादि को लेना काफी लाभकारी सिद्ध होता है। इसके अतिरिक्त गाजर, चुकुंदर, पपीते, खट्टे फल को लेना अच्छा रहेगा जोकि रोग प्रतिरोधकता में वृद्धि करता है।
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खानपान में इन बातो पर ध्यान देना होगा
- मरीज के कम मात्रा में ही वसा को लेना होगा किंतु डेयरी उत्पाद को ले सकते है चूंकि ये बॉडी को ऊर्जावान बनाते है।
- उच्च रेशेदार वाली चीजों से दूरी बनानी होगी।
- तेल वाले, प्रोसेस्ड, जंक, मसालयुक्त खाना, अचार आदि से दूरी बनानी है।
- मरीज के अधिक मात्रा में चाय, कॉफी, कोको अथवा दूसरे केफीन युक्त पेय पदार्थो से बचना होगा।
- शीघ्र ही स्वस्थ होना हो तो शरीर को हाइड्रेडेट रखने की काफी आवश्यकता है।