Hardeep Singh Nijjar Murder: कनाडा की पुलिस ने पिछले वर्ष जून में हुई आतंकी हरदीप सिंह निज्जर मर्डर केस में 3 भारतीय नागरिकों को अरेस्ट किया है और इन लोगो का संबंध बिश्नोई गैंग के होने की बाते हो रही है। कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रुडो ने पुष्टि की है कि उनका देश कानून का पालन करने वाले देशों में से है।
इस हत्याकांड के बाद कनाडा के सिख नागरिक सुरक्षित अनुभव नही कर रही थे। कनाडा में प्रत्येक नागरिक को भेदभाव एवं हिंसा से सुरक्षित रहने का मौलिक अधिकार है। पीएम के अनुसार इस मर्डर की जांच केवल 3 भारत के नागरिकों को अरेस्ट करने तक सीमित नही है।
तीनों आरोपी KKK ग्रुप के सदस्य
निज्जर को मारने को लेकर 22 वर्षीय करन बरार और कमलप्रीत सिंह के साथ 28 वर्षीय करनप्रीत सिंह को अरेस्ट किया गया है। इन तीनों के नामो की शुरुआत K अक्षर से होने के कारण इनको KKK ग्रुप नाम मिल रहा है। ये तीनों लोग कनाडा के एडमंटन में रहते थे। यह तीनों अनिश्चित वीजे से वर्ष 2021 से कनाडा में रह रहे थे और कुछ के पास तो छात्र वीजा भी था किंतु कोई भी पढ़ाई नही कर रहा था। अब इनके ऊपर मर्डर एवं अपराध की षड्यंत्र बनाने के केस हुए है। अब ये लोग सोमवार में ब्रिटिश कोलंबिया के वैकूवर कोर्ट में पेशी देंगे।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से आरोपियों का कनेक्शन?
इन तीनों के संबंध हरियाणा एवं पंजाब के अपराध सिंडीकेट से होने के आशंका है जोकि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग है। कनाडाई पुलिस ने भी खालिस्तानी आतंकवादी सुखदुल (सुक्खा दुनके) के मर्डर को लेकर भी बिश्नोई गैंग की संलिप्तता कही है। कनाडाई पुलिस के मुताबिक इस केस में भारतीय सरकार के हाथ को लेकर भी जांच जारी है। ग्लोबल न्यूज के सूत्र कहते है कि निज्जार मर्डर का संबंध बिश्नोई गैंग से जुड़ सकते है जो ड्रग्स, उगाही एवं मर्डर से जुड़े हो सकते है।
लॉरेंस जेल से ही अपना गैंग चला रहा
कनाडा के सर्रे की क्वांतलेन पॉलीटेक्निक विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के टीचर शिंदर पुरेवाल का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई साल 2014 से जेल में कैद है किंतु वो जेल से ही अपना गैंग ऑपरेट करता है और वो पैसे के लिए कोई भी काम कर सकता है। जानकारी की माने तो उसकी गैंग में करीबन 700 गनमैन है और कुछ कनाडा में भी है जिस जगह पर गैंग काफी सक्रिय भी है।
कनाडा सरकार सिख हितों पर मुखर
कनाडाई सरकार भी बीते वर्षों में सिख नागरिकों के हित के मामले में काफी मुखर हो चुकी है। साल 2021 में हुई जनगणना के अनुसार, देश की कुल जनसंख्या में 3.70 करोड़ है और इसमें 4% मतलब 16 लाख कनाडा के भारतीय मूल है। इनमे से 7.70 लाख के करीब सिख नागरिक है।
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कनाडा को जयशंकर की प्रतिक्रिया
हालांकि इस सभी प्रकरण पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर कहते है कि निज्जर मर्डर में जो कुछ भी चल रहा है वो कनाडा की आंतरिक राजनीति की वजह से है। इस बात से भारत का कुछ संबंध नही है। जयशंकर के अनुसार खालिस्तानी सपोर्ट करने वाले नागरिकों के एक वर्ग ने कनाडा के लोकतंत्र का इस्तेमाल किया है और वे लॉबी भी बनाकर “वोट बैंक” तैयार कर रहे है।
उनके अनुसार कनाडा की सरकार संसद में अल्पमत ही रखती है और थोड़े दल खालिस्तान का सपोर्ट करने वाले नेताओं के ऊपर डिपेंड है। हम लोग पहले भी ऐसे लोगो को वीजा, वैधता एवं राजनैतिक जगह देने से मना कर चुके है।