Himanta Biswa Sarma On Rahul Gandhi: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार (5 मार्च) को कहा कि राज्य की पुलिस गुवाहाटी में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को समन भेजेगी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पुलिस के सामने फिजिकली (स्वयं) उपस्थित होना होगा, जो लोकसभा चुनाव के बाद नोटिस भेजेगी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री हिमंत शर्मा ने असम के बोंगाईगांव में एक आधिकारिक समारोह से इतर मीडिया से कहा, ”जब कोई कानून तोड़ता है तो जाहिर तौर पर समन जारी किया जाएगा. राहुल गांधी के पास समन जाएगा और लोकसभा चुनाव के बाद उन्हें यहां खड़ा होना होगा.”
इन नेताओं को जारी किए गए समन सिर्फ प्रक्रिया की शुरुआत- CM सरमा
सीएम सरमा ने कहा कि कांग्रेस विधायक जाकिर हुसैन सिकदर और असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा को जारी किए गए समन सिर्फ प्रक्रिया की शुरुआत हैं. मुख्यमंत्री सरमा जनवरी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान शहर के अंदर मुख्य सड़कों से गुजरने की कोशिश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से बैरिकेड तोड़ने पर दर्ज मामले का जिक्र कर रहे थे.
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क्या है मामला?
बता दें कि सीएम सरमा ने मुख्य गुवाहाटी शहर में राहुल गांधी की यात्रा के प्रवेश करने एफआईआर दर्ज होने की चेतावनी दी थी. यात्रा को प्रवेश न करने देने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे. 23 जनवरी को राहुल गांधी और अन्य नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए थे. गुवाहाटी पुलिस ने हिंसा के अनियंत्रित कृत्यों के लिए राहुल गांधी और अन्य नेताओं के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की थी.
मुख्यमंत्री सरमा ने यहां तक घोषणा की थी कि राहुल गांधी समेत उकसाने वालों को लोकसभा चुनाव के बाद गिरफ्तार किया जाएगा क्योंकि वह आम चुनाव से पहले इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते हैं.
FIR में कांग्रेस के इन नेताओं के नाम
राहुल गांधी के अलावा, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, जितेंद्र सिंह, जयराम रमेश, श्रीनिवास बीवी, कन्हैया कुमार, गौरव गोगोई, भूपेन कुमार बोरा और देबब्रत सैकिया सहित कई अन्य वरिष्ठ नेताओं का भी एफआईआर में नाम है.
गृह विभाग संभालने वाले सीएम सरमा ने बाद में घोषणा की कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित किया जाएगा और इस प्रकार इसे सीआईडी को सौंप दिया गया.