IND VS ENG 5th Test: भारत के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपने टेस्ट करियर का 100वां टेस्ट खेलने के लिए तैयार हैं. टीम इंडिया के लिए वह 99 टेस्ट में 507 विकेट ले चुके हैं. धर्मशाला में इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले के लिए प्लेइंग-11 में उनका चुना जाना तय है. वह भारत के लिए 100 टेस्ट मैच खेलने वाले 14वें खिलाड़ी बन जाएंगे. 2011 में डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी को कई बार बेंच पर भी बैठना पड़ा है. खासकर विदेशों में उनके स्थान पर ज्यादातर मौकों पर रवींद्र जडेजा को तरजीह दी गई है.
100 टेस्ट तक पहुंचने में लगेंगे 13 साल
SENA देशों के कठिन दौरों पर अश्विन को प्लेइंग-11 से बार-बार बाहर किए जाने का हवाला देते हुए पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने हाल ही में कहा कि इस भारतीय गेंदबाज को बहुत पहले ही 100वां टेस्ट खेल लेना चाहिए था. भले ही अश्विन ने नवंबर 2011 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, लेकिन उन्हें अपने देश के लिए 100 टेस्ट मैचों के ऐतिहासिक आंकड़े तक पहुंचने में लगभग 13 साल लग गए.
फैसलों से समझौता किया: अश्विन
कुंबले ने जियो सिनेमा के लिए अश्विन से बात की और इस दौरान 100वें टेस्ट को लेकर सवाल पूछे. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में मैच के दौरान प्लेइंग-11 से बाहर रहने के बारे में पूछा. अश्विन ने कहा कि उन्होंने टीम मैनेजमेंट के सभी फैसलों से समझौता कर लिया है, क्योंकि वह टीम से पहले अपना हित नहीं रखना चाहते हैं.
अश्विन के लिए टीम का हित ज्यादा जरूरी
अश्विन ने कहा, ”मैं वास्तव में महसूस करता हूं कि गेंदबाज बल्लेबाजों के बाद दूसरे नंबर की भूमिका निभाते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि शायद बल्लेबाजों को बस यही एक मौका मिलता है. मेरा मतलब है कि आप आउट हो चुके हैं. यह बात मेरे दिमाग में लगातार चलती रहती थी. ऐसा क्यों होता है कि मुझे सिर्फ एक ही मैच में फेल होने का मौका मिलता है? ऐसा क्यों है कि दूसरों को एक से अधिक मैचों में फेल होने का मौका मिलता है? आखिरकार मैंने इस तथ्य से समझौता कर लिया है कि टीम को जीत की जरूरत है. जब मैं छोटा था तो मैं सिर्फ एक दिन के लिए भारत की जर्सी पहनना चाहता था. मैं अपने स्वार्थ को टीम से पहले नहीं रख सकता.”
अश्विन 500 विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय
अश्विन ने हाल ही में टेस्ट मैच में 500 विकेट पूरे किए हैं. वह भारत के लिए यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे क्रिकेटर हैं. उनसे पहले कुंबले ने ऐसा किया है. पूर्व भारतीय कप्तान के नाम 619 विकेट हैं. अश्विन धीरे-धीरे उनके रिकॉर्ड के करीब पहुंच रहे हैं.
अश्विन और जडेजा का करियर
अश्विन ने 99 टेस्ट में से 39 विदेश में खेले हैं. इस दौरान उन्होंने 149 विकेट लिए हैं. उनके 354 विकेट घरेलू मैदान पर 59 टेस्ट में आए हैं. विदेश में अश्विन का औसत 30.40 का रहा है. जडेजा की बात करें तो उन्होंने करियर के 71 में से 26 टेस्ट विदेश में खेले हैं. इस दौरान 32.78 की औसत से 76 विकेट चटकाए हैं. उन्होंने घरेलू मैदान पर 43 मैचों में 211 विकेट हासिल किए हैं.