5G Service In India: हवाईअड्डों के आस-पास के इलाकों में 5G सेवा पर रोक, जानिए क्यों

सरकार का मानना ​​है कि हवाईअड्डों के आस-पास के क्षेत्रों में 5G सेवाओं की शुरुआत से विमानों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। इस प्रतिबंध के तहत, भारत के 16 प्रमुख हवाईअड्डों के आस-पास के क्षेत्रों में 5G सेवाएं नहीं दी जा सकती हैं।

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Reported by Atul Kumar

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भारत में 5G सेवाओं की शुरुआत के बाद से, सरकार ने हवाईअड्डों के आस-पास के क्षेत्रों में 5G सेवाओं को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया है। क्योंकि इससे एयरक्राफ्ट का अल्टीमीटर प्रभावित होता दिख रहा है।

यदि आप भी 5G Network सेवा (5G Services) का उपयोग कर रहें है, तो ये खबर आपके काम की है। केंद्र सरकार के अधीन टेलीकॉम डिपार्टमेंट (Telecom Department) ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को एयरपोर्ट के रनवे के दोनों ओर 2 किलोमीटर तक 5G सेवा ना देने के निर्देश जारी कर दिए हैं। चलिए जानते हैं कि क्या कारण है जो ऐसा आदेश लिया गया।

एयरक्राफ्ट में नहीं ले सकेंगे 5G का मज़ा 

सरकार का मानना ​​है कि हवाईअड्डों के आस-पास के क्षेत्रों में 5G सेवाओं की शुरुआत से विमानों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। इस प्रतिबंध के तहत, भारत के 16 प्रमुख हवाईअड्डों के आस-पास के क्षेत्रों में 5G सेवाएं नहीं दी जा सकती हैं। इन हवाईअड्डों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बैंगलोर, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, जयपुर, कोझीकोड, त्रिवेंद्रम, गुवाहाटी, लखनऊ, इंदौर और नागपुर शामिल हैं।

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इस प्रतिबंध का पालन करने के लिए, सरकार ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे हवाईअड्डों के आस-पास के क्षेत्रों में 5G बेस स्टेशनों को बंद कर दें।सरकार ने कहा है कि वह इस प्रतिबंध को तब तक लागू करेगी जब तक कि एयरक्राफ्ट के रेडियो अल्टीमीटर को 5G सिग्नल के प्रभाव से बचाने के लिए कोई समाधान नहीं मिल जाता है।

इस प्रतिबंध का स्वागत एयरलाइन कंपनियों ने किया है। एयरलाइन कंपनियों का कहना है कि यह प्रतिबंध विमानों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।

क्या है कारण?

5G सिग्नल, जो 24 GHz और 39 GHz के बीच के आवृत्ति बैंड पर काम करते हैं, रेडियो अल्टीमीटर के समान आवृत्ति बैंड पर अतिव्यापी होते हैं। इससे रेडियो अल्टीमीटर के सिग्नल में गड़बड़ी हो सकती है, जिससे विमान को जमीन से अपनी ऊंचाई को सही ढंग से निर्धारित करने में परेशानी हो सकती है।

यह सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा हो सकता है। यदि विमान को जमीन से अपनी ऊंचाई को सही ढंग से निर्धारित करने में परेशानी होती है, तो इससे क्रैश हो सकता है।

इसलिए, कई देशों ने हवाईअड्डों के आस-पास के क्षेत्रों में 5G सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत में भी ऐसा ही है।

सरकार ने कहा है कि वह इस प्रतिबंध को तब तक लागू करेगी जब तक कि एयरक्राफ्ट के रेडियो अल्टीमीटर को 5G सिग्नल के प्रभाव से बचाने के लिए कोई समाधान नहीं मिल जाता है।

इस प्रतिबंध का स्वागत एयरलाइन कंपनियों ने किया है। एयरलाइन कंपनियों का कहना है कि यह प्रतिबंध विमानों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।

5G बेस स्टेशन की जगह बदली जाएगी

भारत सरकार ने हवाईअड्डों के आस-पास के क्षेत्रों में 5G बेस स्टेशनों को हटा दिया है। इस प्रतिबंध का कारण यह है कि 5G सिग्नल से एयरक्राफ्ट के रेडियो अल्टीमीटर में गड़बड़ी हो सकती है। रेडियो अल्टीमीटर एक उपकरण है जो विमानों को जमीन से उनकी ऊंचाई को मापने में मदद करता है।

5G बेस स्टेशनों को हटाने के लिए, दूरसंचार विभाग ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया कि वे हवाईअड्डों के आस-पास के क्षेत्रों में 5G बेस स्टेशनों को बंद कर दें। इस प्रतिबंध का पालन करने के लिए, टेलीकॉम कंपनियों ने हवाईअड्डों के आस-पास के क्षेत्रों में 5G बेस स्टेशनों को हटा दिया है।

अल्टीमीटर रिप्लेस करने का दिया आदेश 

भारत सरकार ने एयरक्राफ्ट के अल्टीमीटर्स को रिप्लेस करने के लिए आदेश दिया है। सरकार का कहना है कि 5G के सिग्नल से एयरक्राफ्ट के रेडियो अल्टीमीटर में गड़बड़ी हो सकती है, जिससे उड़ान के दौरान सुरक्षा जोखिम पैदा हो सकता है।

सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे 2.1 किलोमीटर के दायरे में 5G सेवा नहीं प्रदान करें। सरकार ने डीजीसीए से एयरक्राफ्ट के अल्टीमीटर्स को रिप्लेस करने में तेजी दिखाने को कहा है। तब तक यह सेवाएं नहीं मिल पाएंगी।

सरकार का कहना है कि वह एयरक्राफ्ट के अल्टीमीटर्स को रिप्लेस करने के लिए डीजीसीए के साथ काम कर रही है। जैसे ही एयरक्राफ्ट के अल्टीमीटर्स रिप्लेस हो जाएंगे, 5G सेवाएं हवाई अड्डों के आस-पास के इलाकों में भी उपलब्ध हो जाएंगी।

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