अपने तीसरे कार्यकाल को लेकर पीएम मोदी ने टारगेट बताए, भारत अब ‘फ्रैजाइल 5’ में नहीं

PM Modi Interview: लोकसभा इलेक्शन के दौरान ही पीएम नरेंद्र मोदी का कहना है कि वो अपने तीसरे कार्यकाल में उन कामों को आगे बढ़ाने वाले है जिसको वे बीते वर्षों में जन कल्याण को लेकर कर रहे थे। हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने सरकार…

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Reported by Atul Kumar

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PM Modi Interview: लोकसभा इलेक्शन के दौरान ही पीएम नरेंद्र मोदी का कहना है कि वो अपने तीसरे कार्यकाल में उन कामों को आगे बढ़ाने वाले है जिसको वे बीते वर्षों में जन कल्याण को लेकर कर रहे थे। हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने सरकार की तरफ से लोगो के लिए शुरू हुई पहल की जानकारी देकर बताया है कि मैंने इलेक्शन के दौरान निरंतर बताया है कि हमारी सरकार ने वंचित लोगो को 4 करोड़ घर दिए है। मैंने काफी लोगो के कहा है कि जिस समय आप इस इलेक्शन के प्रचार के लिए जाते है तो ऐसे लोगो की लिस्ट भेजकर सहायता करे इनके घर न हो। जिस समय पर भी मेरे तीसरे कार्यकाल की शुरुआत होगी तब मैं इसी काम को आगे बढ़ाने वाला हूं।

तीसरे कार्यकाल के लक्ष्य बनाए

पीएम की तरह से अपना तीसरा कार्यकाल पाने के बारे में सुनिश्चित रहते हुए पीएम मोदी ने आने वाले समय को लेकर अपने दृष्टिकोण को बताया। उनके मुताबिक वो 3 करोड़ और घर बनाने की इच्छा रखते है। इस समय आयुष्मान भारत स्कीम विश्व की सर्वाधिक बड़ी हेल्थ बीमा एवं हेल्थ सुनिश्चित करने वाली स्कीम है। यह 55 करोड़ नागरिकों के उपचार का भरोसा भी है। ये विश्वास देती है कि मोदी की सरकार आपके साथ है।

हर वंचित महिला-पुरुष को लाभ मिलेगा

मोदी आगे कह रहे थे कि इस बार के मेनिफेस्टो के अनुसार किसी वर्ग का नागरिक, पृष्टभूमि से है तो 70% से जायदा आयु की महिला एवं पुरष दोनो को ही 5 लाख रुपए का उपचार फ्री मिल जायेगा। हम यह भी कह रहे है कि हम आशा कार्यकर्ताओं को फायदा देने वाले है, ऐसे ही ट्रांसजेंडर को भी फायदा देंगे अब उनकी आयु कुछ भी हो।

रिकॉर्ड 52 करोड़ बैंक खाते खोले गए

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मोदी ने केंद्र सरकार की स्कीम के लिए बताया कि भारत में बैंको की दशा ठीक नही थी और देश के आधे से अधिक नागरिकों को बैंक अकाउंट खोलने में पैसे देने वाली थी किंतु बैंक ने उनके अकाउंट को कभी नहीं खोला। इसके बाद मोदी ने आकर 52 करोड़ बैंक खाते ओपन करना का काम किया।

इस बात का सर्वाधिक लाभ मैंने उठाया और मैंने जनधन, मोबाइल एवं आधार कार्ड की त्रिमूर्ति के अपनाते हुए सीधा लाभ (DBT) को प्रोत्साहन देने का काम किया। पीएम का कहना है कि 36 लाख करोड़ रुपए एक बड़ी रकम होती है जोकि इन लाभार्थियों के बैंक खातों में DBT से पहुंचा है। ये देश में काफी बड़ा वित्तीय समावेश हुआ है जोकि विश्व भर में एक वर्ष के अंदर खोले गए बैंक खातों की संख्या से भी ज्यादा है।

भारत और चीन IMF के सदस्य

इसके बाद मोदी उनकी सरकार की तुलना साल 2014 से पहले की सरकार की दशा से करते हुए कहते है कि आप देखे, 2014 से पूर्व में कैसी दशा थी? “फ्रैजाएल 5” टाइटल होता था और इस समय में हम एक जीवित इकोनॉमी बन चुके है। IMF में विश्व के 150 देशों का ग्रुप है और यहां पर चीन एवं भारत भी है जोकि विकासशील एवं बढ़ते हुए देश कहलाते है।

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‘फ्रैजाइल 5’ क्या होता है?

वैसे साल 2013 के अगस्त में, मोर्गन स्टेनली के द्वारा वित्तीय शोध के समय पर उभरने वाली बाजारू इकोनॉमी के प्रतिनिधि करने को लेकर “फ्रैजाइल 5” शब्द तैयार किया गया। ये अपने विकास के लक्ष्य को लेकर अविश्वसनीय विदेशी इन्वेस्टमेंट पर काफी ज्यादा डिपेंड हो चुके है। इस फ्रैजाइल 5 में तुर्की, ब्राजील, भारत, दक्षिण अफ्रीका एवं इंडोनेशिया सम्मिलित थे।

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