Israel Hamas War Protests At US Universities: अमरीका की यूनिवर्सिटी में फलस्तीन के सपोर्ट में प्रदर्शनों में तेजी आ चुकी है। ऐसे मामलो में पुलिस ने भी कार्यवाही करते हुए अरेस्ट करने का सिलसिला एक हफ्ते से जारी रखा है। अभी तक पुलिस 4 यूनिवर्सिटी के कैंपस में से करीबन 275 लोगो की गिरफ्तारी कर चुकी है। इस मामले में बीते 6 माह से इजराइल युद्ध कर रहा है।
ऐसे में इजराइल का हमास को मिटा दे का फैसला गाजा पट्टी के नागरिकों पर काफी भारी पड़ने लगा है। इस समय गाजा की मानवैया दशा के लिए अमेरिका में भी रोष बढ़ने लगा है। अमेरिका भर में इजराइल की खिलाफत के प्रदर्शन हो रहे है और ये वहां के विश्वविद्यालयों में दिख रहे है।
अमरीकी यूनिवर्सिटी में तेज प्रदर्शन
प्रसिद्ध हावर्ड यूनिवर्सिटी में भी फलस्तीन के सपोर्ट में प्रदर्शनों में तेजी आई है और प्रदर्शन करने वालो ने अमरीकी झंडे की जगह पर फलिस्तीन का झंडा लगा दिया है। इसी तरह से हिल्टन होटल में व्हाइट हाउस के पत्रकारों के डिनर रखा गया था यहां पर बाइडेन के भी डिनर पर वक्तव्य के अनुमान थे। इस प्रोग्राम में पहले ही कुछ फलस्तीनी स्पोर्टर आ पहुंचे। किसी ने होटल की सबसे ऊपर की मंजिल पर भी फलस्तीन का झंडा लगाया और अन्य स्पोर्टर ने इस काम पर ताली भी बजाई।
4 यूनिवर्सिटी से 275 लोग अरेस्ट हुए
प्रदर्शन करने वालो ने फलस्तीनी केफिए एवं तरबूज चित्रित कपड़ो को पहन रखा था और वे होटल के बाहर भी फलस्तीनी देश को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। उनका कहना था कि हम कवरेज की डिमांड करते है और ये प्रदर्शन इजराइल एवं गाजा की न्यूज को ज्यादा से ज्यादा दिखाने के उद्देश्य से कर रहे है। इसी वजह से पुलिस भी 4 विभिन्न यूनिवर्सिटी के कैम्पस से 275 लोगो को अरेस्ट कर चुकी है। इसमें बोस्टन नॉर्थईस्टर्न विश्वविद्यालय में 100, सेंट लुइस के वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में 80, एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में 72 एवं इंडियाना यूनिवर्सिटी में 23 लोग अरेस्ट हो चुके है।
बाइडेन ने राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन का संज्ञान लिया
UCLA में इजराइल एवं फलस्तीन के स्पोर्ट्स में कुछ झड़पों की खबरे भी है जहां बीते हफ्ते में एक टेंट कैंप बनाया गया था। अमरीकी राष्ट्रपति बाइडेन ने भी इन देशव्यापी विरोध पर संज्ञान लिया है और व्हाइट हाउस के अनुसार ये प्रदर्शन शांति से होने चाहिए। ये सपोर्टर्स काफी समय से हमास एवं इजराइल में जारी युद्ध के बारे में आह्वान करने में लगे है। ये मांग करते है कि अमेरिका को उन लोगो से ताल्लुक समाप्त कर देने चाहिए जोकि गाजा के युद्ध को फायदेमंद बताते है।
बाइडेन और नेतान्याहू में वार्ता हुई
यूनिवर्सिटी के प्रशासन के सामने ये प्रदर्शन एक समस्या बने हुए है। प्रशासन भी कंप्लेंट के साथ आजादी से अभिव्यक्ति पर प्रतिबद्ध होने के बीच बैलेंस बनाने के प्रयास करने में लगा है। रविवार को इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और जो बाइडेन के मध्य वार्ता भी हुई है। इसी बीच उनकी तरफ से गाजा की सीमा से लगते हुए राफा सिटी में संभावित अटैक को लेकर अपनी पोजिशन साफ की।
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अभी तक गाजा-इजराइल में 30 हजार जाने गई
यह युद्ध 7 अक्टूबर के दिन हमास की तरफ से इजराइल पर 5 हजार रॉकेट के अटैक से शुरू हुई थी। हमले के उत्तर में इजरायल ने भी हमास के लड़ाकों के विरुद्ध गाजा में हमला कर दिया जिससे यहां मौजूद काफी हमास के अड्डों पर बम दागे गए। इसके बाद अधिकांश गाजा खंडहर का रूप ले चुका है। अभी तक इजराइल एवं गाजा से 30 हजार से अधिक नागरिक मार चुके है।