उत्तराखंड के जंगलों में ऐसी आग पहले नही दिखी…, वनकर्मियों ने 7 लोगो को आग लगाते अरेस्ट किया

Uttarakhand Forest Fire: पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में जंगलों की आग दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। इस समय ऐसी दशा है कि सैलानियों की लिए महत्व रखने वाले शहर नैनीताल को भी इस जंगल की आग ने हर तरफ से घेर लिया है। ये आग की लपट आबादी वाले…

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Reported by Atul Kumar

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Uttarakhand Forest Fire: पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में जंगलों की आग दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। इस समय ऐसी दशा है कि सैलानियों की लिए महत्व रखने वाले शहर नैनीताल को भी इस जंगल की आग ने हर तरफ से घेर लिया है। ये आग की लपट आबादी वाले क्षेत्र हाई कोर्ट कॉलोनी एवं सैन्य क्षेत्र के पास आ चुकी है। यह लपटे हल्द्वानी सहित कोटद्वार तक बढ़ रही है जिसको देखने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी आर्मी से सहायता ली है।

एयर फोर्स के एमआई -17 हेलीकॉप्टर की इस आग को बुझाने के काम में भी लगाया है। अब जंगलों के नजदीक रहने वाले लोगो को भी इस आग के धुंए से काफी दिक्कत होने लगी है और उनके मुताबिक इस तरह की आग को उन्होंने भी पहले कभी नहीं देखा था।

नेपाली मूल का मजदूर गिराफतार हुआ

सरकार की तरफ से इस जंगल की आग को लेकर गिरफ्तारी की कार्यवाही हुई है और प्रशासन की तरफ से वन विभाग की टीम ने जंगल के क्षेत्र में आरक्षित जंगलों में आग लगने के मामले में 7 लोगो को रेंज हाथ पकड़ा है। गिरफ्त में आए लोगो में के नेपाल मूल का श्रमिक भी है। लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार में गिरफ्त में आए व्यक्ति को जेल भेजने का काम किया है। दूसरे संदिग्धों पर भी वन अधिनियम के अंतर्गत केस दाखिल करने का काम हुआ है।

वनकर्मियो ने रंगे हाथों पकड़ा

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इस नेपाली श्रमिक की पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद इसके 3 अन्य साथियों ने इसके खिलाफ बयान दर्ज करवा दिए है। भूमि संरक्षण वन प्रभाग लेंसडॉन के जयहरीखाल रेंज के अफसर बीड़ी जोशी ने जानकारी दी है कि रविवार के दिन वनकर्मी कुल्हाड के नापखेतो की आग को बुझाकर वापस आ रहे थे कि उनको यह संदिग्ध कुल्हाड मोड के पास किनारे के जंगलों में आग लगाता दिखा। इन वनकर्मियो ने उसको आग लगाते रंगे हाथ पकड़ा और को अपने साथ गैस लाइटर भी लिए हुए था। इसके 3 और साथियों ने पाइपलाईन बिछाने काम किया।

उस समय वनकर्मियो ने इन चारो को पकड़ते हुए रेंज ऑफिस लैंसडॉन लाने का काम किया। यहां पर इन तीनों गवाहों राजेंद्र, सतीश एवं रंजीत सिंह ने इस नेपाली श्रमिक टेकराम के जंगलों में आग लगाने की गवाही भी दी। अधिकारी के अनुसार इन सभी लोगो को पुलिस को सौंप दिया गया है।

वन विभाग को पीआरडी जवानों की मदद

नैनीताल की इस वनाग्नि की रोकथाम के लिए सरकार ने PRD सैनिकों की भी तैनाती कर दी है और ये वन विभाग की मदद करते हुए आग पर काबू पाएंगे। जिला युवा कल्याण अफसर प्रतीक जोशी ने जानकारी दी है कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार इन सैनिकों को भेज दिया गया है। साथ ही ऐसी आपदाओं में कमी लाने के लिए महिलाएं एवं पुरुषो के द्वारा मंगल दल जागरूकता मिशन भी चलाने का काम हो रहा है। ये दल रेंजर्स से कांटेक्ट करेंगे और जिन जगहों पर बार बार आग लगती है उनमें जागरूकता लाने का काम करेंगे।

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ये स्थान सबसे अधिक प्रभावित हुए

नैनीताल जिले के भूमियाधर, ज्योलिकोट, नारायण नगर, भवाली, रामगढ़ और मुक्तेश्वर आदि क्षेत्रों में भयंकर रूप से आग लगी है। हालांकि एयर फोर्स की तरफ से लगे हेलीकॉप्टर ने जरूर पानी बरसाने की कार्यवाही की है। पहले हेलीकॉप्टर को नैनी झील से पानी की सप्लाई करनी थी और झील पर नौकविहार को भी रोकने का काम हुआ। इसके बाद पानी की सप्लाई भीम ताल से करने का निर्णय हुआ। गढ़वाल मंडल के पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून एवं कुमाऊं मंडल के नैनीताल के अलावा बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और चंपावत जिले सर्वाधिक आग की चपेट में आए हैं।

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