Joint Home Loan: बहुत बार काफी लोगों को दिक्कत होती है कि उनका क्रेडिट स्कोर सही नहीं है, आय भी कम है और दूसरे तरह के लोन के कारण आय का अनुपात खराब हो गया है। अब इन सभी बातों का गलत असर लोन लेने में पड़ता है जिससे कि लोन नहीं मिल पाता है। ऐसी स्थिति में आ जाने पर जॉइंट लोन लेना सही विकल्प रहेगा किंतु जॉइंट होम लोन लेने में आप कुछ अन्य भी लाभ मिलेंगे जिनको जान लेना जरूरी है।
जो लोग भी घर खरीदने की योजना बना रहे है और वे होम लोन लेने के सोच रहे हो किंतु इस काम में कोई दिक्कत आ रही है तब जॉइंट होम लोन को चुनकर अपना रास्ता आसान कर सकते है। जॉइंट लोन के कुछ अन्य भी लाभ होते है जैसे कि यदि यह लोन पत्नी, बहन, मां इत्यादि के साथ मिलकर लिया जाए तो यह कुछ कम ब्याज दर पर भी मिल सकेगा। ऐसे ही होम लोन को लेना हो तो अन्य डिटेल्स जरूर जाने।
ऐसे में सरलता से लोन मिलेगा
जैसा कि हमने शुरू में कहा था कि एक खराब क्रेडिट स्कोर एवं दूसरे कर्ज होने पर लोन लेने में खासी मुश्किल आ सकती है। तो इस परेशानी का उपाय जॉइंट होम लोन ही है जिसमें आप अन्य व्यक्ति को साथ में जोड़ने के बाद अपनी Eligibility में वृद्धि कर सकते है। इस प्रकार के लोन में यह देखा जाता है कि दूसरे साझीदार की पेमेंट करने की सही क्षमता हो तो लोन भी जल्दी से मिलेगा।
लोन की रकम की लिमिट में वृद्धि होगी
अकेले लोन आवेदक ओ उसकी इनकम के अनुसार लोन प्रदान होता है किंतु जॉइंट लोन के मामले में कुल इनकम को देखते है। इस प्रकार से लोन की रकम की लिमिट में वृद्धि हो जाती है। किंतु यहां पर एक बात पर गौर कर लें कि आपके एवं दूसरे आवेदक के लोन एवं इनकम का रेश्यो 50 से 60 प्रतिशत से अधिक नहीं हो।
महिला सह-आवेदक होने के लाभ
यदि लोन आवेदक अपने जॉइंट होम लोन में किसी महिला सह आवेदक को लेकर आवेदन करता है तो उसे लोन कुछ कम ब्याज दर पर प्राप्त हो जायेगा। कुछ लोन देने वाले महिला सह आवेदक के मामले में कुछ अलग ही ब्याज दर भी दे रहे है। यह दर सामान्यता रेट से करीबन 0.05% (5 बेसिक प्वाइंट) कम रहेगी। किंतु यह लाभ लेने में उस महिला को संपत्ति में अपना अथवा जॉइंट रूप से मालकियत होनी होगी।
टैक्स में होने वाले फायदे देखे
जॉइंट होम लोन लेने पर आपको आयकर में भी खासा छूट मिल जाएगी। ऐसे लोन के लिए अप्लाई करने वाले दोनों ही आवेदक बहुत से आयकर के लाभों को पा सकेंगे। किंतु ये सब फायदे उस स्थिति में ही मिल पाएंगे जब वे संपत्ति का मालिकाना हक रखते हो।
लोन की अदायगी में लचीलापन
लिए गए जॉइंट होम लोन की अदायगी का जिम्मा सभी सह आवेदक को आपस में मिलकर एवं पर्सनल तरीके से लेना होता है। आवेदक की तरफ से किसी भी टाइप से लोन की रीपेमेंट हो सकती है। वो चाहे तो EMI को अलग होकर भी दे सकेंगे अथवा कोई संयुक्त बैंक खाता खोलकर भी कर सकेंगे।
सही डॉक्यूमेंट्स काम आसान करेंगे
लोन की जल्दी से प्राप्ति में गति लाने एवं कोई रुकावट पैदा न होने के लिए सही प्रमाण पत्र जैसे आईडी एवं पते के प्रूफ, आय एवं संपत्ति के कागज इत्यादि नितांत आवश्यक होंगे। इन सभी प्रमाण पत्रों को मद्देनजर रखते हुए लोन प्रदाता आपके फॉर्म पर कार्यवाही करेगा। आपको प्रदाता के पास में अपने सह आवेदक के वे सभी KYC पेपर्स भी सबमिट करने होंगे। यदि बात करें आय के प्रूफ की तो इसके प्रमाण सिर्फ उन्हीं सह आवेदक को सबमिट करने है जिनकी आय को लोन के कैलकुलेशन में जोड़ा जाना होगा।