Diabetes control tips: डायबिटीज मरीजों के लिए इंसुलिन बढ़ाने और ग्लूकोज कम करने के 14 बेहतरीन उपाय

सुलिन अग्न्याशय द्वारा निर्मित एक हार्मोन है जो मानव शरीर में कई जरूरी काम करता है। बात डायबिटीज के बारे में करते हैं। यह हार्मोन शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है। जब किसी वजह से अग्न्याशय इस हार्मोन को कम बनाता है या नहीं…

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Reported by Atul Kumar

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डायबिटीज एक गंभीर और लाइलाज बीमारी है। यह एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है जिसमें पीड़ित का अग्नाशय सही तरह काम नहीं कर पाता है। इससे पीड़ित का ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है, जिससे उसे थकान, कमजोरी, गला सूखना, त्वचा का सूखना, प्यास ज्यादा लगना, ज्यादा पेशाब आना और किसी हल्की चोट का जल्दी ठीक नहीं होना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।

जब डायबिटीज की बात होती है, तो आपने दो वर्ड्स के बारे में जरूर सुना होगा, पहला है इंसुलिन और दूसरा है ग्लूकोज। इनके अलावा आपने ब्लड शुगर, अग्न्याशय, इंसुलिन रेसिस्टेंट, फास्टिंग शुगर, आफ्टर मील शुगर जैसे शब्द भी सुने होंगे। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि डायबिटीज की बीमारी के मामले में इन वर्ड्स का क्या मतलब है, खासकर आपको इंसुलिन और ग्लूकोज के बारे में जरूर पता होना चाहिए।

इंसुलिन क्या है (What Is Insulin)

इंसुलिन अग्न्याशय द्वारा निर्मित एक हार्मोन है जो मानव शरीर में कई जरूरी काम करता है। बात डायबिटीज के बारे में करते हैं। यह हार्मोन शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है। जब किसी वजह से अग्न्याशय इस हार्मोन को कम बनाता है या नहीं बनाता है, तो शरीर में ब्लड शुगर लेवल अनकंट्रोल हो जाता है, जिससे डायबिटीज की बीमारी जन्म लेती है।

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इंसुलिन क्या करता है?

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मेडिकल नेट की रिपोर्ट (Ref) के अनुसार, इंसुलिन लिवर, मसल्स और फैट टिश्यू की सेल्स को ब्लड से ग्लूकोज लेने में मदद करता है। इंसुलिन शरीर के फैट को एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करने से रोकता है। जब शरीर में इंसुलिन की कमी हो जाती है, तो सेल्स ग्लूकोज का उपयोग नहीं कर पाती हैं और एनर्जी के लिए फैट को बर्न करना शुरू कर देती हैं। इंसुलिन शरीर के अन्य कार्यों को भी कंट्रोल करता है, जैसे कि शरीर की सेल्स द्वारा अमीनो एसिड (प्रोटीन के निर्माण खंड) का अवशोषण। इसके अलावा, शरीर में कई अन्य प्रक्रियाओं को भी कंट्रोल करता है।

इंसुलिन की कमी से क्या होता है?

टाइप 1 डायबिटीज : यह तब होता है जब शरीर में अग्नाशय की बीटा कोशिकाओं द्वारा इंसुलिन का उत्पादन नहीं होता है या बहुत कम मात्रा में होता है।

  • टाइप 1 डायबिटीज के मरीजों को जीवित रहने के लिए शरीर के बाहर से इंसुलिन लेने की जरूरत होती है।
  • टाइप 2 डायबिटीज : इस स्थिति में शरीर की कोशिकाओं को उतनी इंसुलिन की जरूरत होती है, जितनी अग्नाशय की बीटा कोशिकाएं पैदा कर पाती हैं। इस से ‘इंसुलिन रेसिस्टेंट’ इंसुलिन की कमी कहा जाता है। ऐसे मरीजों का इलाज ब्लड शुगर कम करने वाली दवाओं से किया जा सकता है। यदि ये दवाएं पर्याप्त रूप से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल नहीं कर पाती हैं, तो उन्हें भी बाहरी इंसुलिन की आवश्यकता हो सकती है।

इंसुलिन रेसिस्टेंट में कैसे सुधार करें

  • अच्छी नींद लें
  • गेहूं के अधिक सेवन से बचें
  • पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन करें
  • रोजाना एक्सरसाइज करें
  • दिन में कई बार थोड़ा-थोड़ा खाएं
  • अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें
  • स्वस्थ वजन बनाए रखें
  • अधिक घुलनशील फाइबर खाएं

ग्लूकोज क्या है (What Is Glucose)

CDC के अनुसार, वास्तव में ब्लड शुगर को ही ब्लड ग्लूकोज भी कहते हैं। आप जो भी कुछ खाते-पीते हैं उनमें अधिकतर चीजों में ग्लूकोज पाया जाता है, जो खून के जरिए आपके सेल्स में जाता है। यहां इंसुलिन ही इसे कंट्रोल करने का काम करता है। कंट्रोल करना मतलब ग्लूकोज को एनर्जी में कंवर्ट करता है और एक्स्ट्रा ग्लूकोज को पेशाब के रास्ते बाहर निकाल देता है। जब इंसुलिन कम होता है, तो खून में ग्लूकोज का लेवल बढ़ने लगता है और डायबिटीज की बीमारी हो जाती है।

शरीर में ग्लूकोज कैसे बनता है?

शरीर को ऊर्जा के लिए ग्लूकोज की आवश्यकता होती है, जो मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन, जैसे रोटी, आलू और फलों से प्राप्त होता है। जब आप खाते हैं। यानी ग्लूकोज कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन से बनता है। पाचन के दौरान भोजन के टूटने से ग्लूकोज निकलता है। ग्लूकोज छोटी आंत से खून अवशोषित हो जाता है। इंसुलिन हार्मोन खून से ग्लूकोज को कोशिकाओं तक पहुंचाता है।

ग्लूकोज लेवल ज्यादा होने के नुकसान

लंबे समय तक आपके खून में अधिक ग्लूकोज उन वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है जो आपके अंगों तक ऑक्सीजन युक्त रक्त ले जाती हैं। ऐसा होने से आपको हृदय रोग, दिल का दौरा, स्ट्रोक, किडनी डिजीज, नर्व डैमेज और रेटिनोपैथी जैसी डिजीज हो सकती हैं।

ब्लड ग्लूकोज को कंट्रोल करने के उपाय

ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए आपको नीचे बताए उपाय आजमाने चाहिए-

  • नियमित रूप से एक्सरसाइज करें
  • अधिक फाइबर वाले फूड्स का सेवन करें
  • खूब सारा पानी पियें
  • मध्यम मात्रा में भोजन करें
  • तनाव से बचें और पर्याप्त नींद लें
  • ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जिनमें कम चीनी, तेल, मैदा हो फाइबर, क्रोमियम और मैग्नीशियम से भरपूर हों

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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