World Smallest Army: पूरी दुनिया में कुछ ऐसे देश हैं जो अपनी सेना के लिए जाने जाते हैं. कुछ देशों की सेना को तो दुनिया की सबसे ताकतवर आर्मी कहा जाता है. वहीं, कुछ ऐसे भी देश हैं, जिनकी आर्मी में फौजियों की संख्या बेहद ही कम है. आज हम आपको एक ऐसे ही देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी आर्मी का मुकाबला करने के लिए भारतीय फौज की एक बटालियन ही बहुत है.
सैन्य शक्ति में सबसे ताकतवर देश
दुनिया में डिफेंस संबंधी डेटा रखने वाली वेबसाइट ग्लोबल फायरपावर की साल 2023 के लिए एक लिस्ट जारी की थी, जिसके मुताबिक सबसे ताकतवर सेना अमेरिका की है. इसके बाद पर रूस और फिर चीन है, जबकि चौथे नंबर पर भारत है.
ये हैं सैन्य रूप से सबसे कम पावरफुल देश
हालांकि, आज हम बात कर रहे हैं भारत के पड़ोसी देश भूटान के बारे में, जिसकी सेना बहुत ही छोटी है. ग्लोबल फायरपावर की इस लिस्ट में विश्व के कुल 145 देशों के नाम हैं. भूटान एक बहुत ही छोटा देश है, जिसकी सेना का नाम रॉयल भूटान आर्मी है,. रॉयल भूटान आर्मी की स्थापना 1958 में की गई थी, जिसका हेडक्वार्टर भूटान की राजधानी थिंपू लुंगतेनफू में है. इस देश में शाही परिवार की सिक्योरिटी का जिम्मा रॉयल बॉडीगार्ड्स पर हैं.
भूटान को भारत से मिलती है मदद
जानकारी तलाशने पर पता चलता है कि सबसे पहले साल 1958 में भूटान की शाही सरकार ने महज 2,500 सैनिकों की एक फौज तैयार की थी. फिर 1968 में रॉयल भूटान आर्मी में जवानों की संख्या 4,850 हो गई. साल 1990 में यह संख्या बढ़ी और फौजियों की संख्या 6,000 हो गई, लेकिन फिर आर्मी ने सैनिकों की संख्या कम कर दी. वहीं, भारत और भूटान के बीच अच्छे रिश्ते हैं, जिसके चलते भूटान की आर्मी को इंडिया से मदद मिलती रहती है.
भूटान के बाद कम सैन्य ताकत में इन देशों के नाम
भूटान के अलावा और भी कई देश हैं, जिसके पास सैन्य ताकत बहुत ही कम है. ग्लोबल फायरपावर की इस लिस्ट में बेनिन 144 नंबर पर, मोल्दोवा 143वें, सोमालिया 142 नंबर पर, लाइबेरिया 141 पर, सूरीनाम 140 पर, बेलीज 139 वें नंबर पर है. जबकि, पश्चिम अफ्रीकी देश सिएरा लियोन 138वें, आइसलैंड 137वें और मध्य अफ्रीकी गणराज्य 136वें नंबर पर है.