Parag Agrawal Filed Case: लगता है नए साल 2024 में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) के लिए सब कुछ ठीकठाक नहीं चल रहा. साल की शुरुआत से लगातार उनकी संपत्ति में गिरावट दर्ज की जा रही है. इस साल के शुरुआती दो महीनों जनवरी और फरवरी में उनकी संपत्ति में 31.3 बिलियन डॉलर की गिरावट देखी गई. यहां तक तो ठीक था लेकिन सोमवार को उनकी संपत्ति में 17.6 बिलियन डॉलर की गिरावट आई और वह दुनियाभर के अमीरों की लिस्ट में खिसककर दूसरे पायदान पर आ गए. मस्क की संपत्ति घटकर 198 बिलियन डॉलर रह गई. अरबपतियों की लिस्ट में जेफ बेजोज 200 बिलियन डॉलर के साथ पहले नंबर पर हैं.
चार अधिकारियों ने किया 128 मिलियन डॉलर का दावा
अरबपतियों की लिस्ट में रुतबा घटने के साथ ही उनके लिए एक और बुरी खबर आ रही है. एक्स (पूर्व में ट्विटर) के चार पूर्व अधिकारियों ने एलन मस्क पर 128 मिलियन डॉलर के बकाया सेवरेंस पेमेंट के लिए मुकदमा दायर किया है. पूर्व अधिकारियों में ट्विटर के पूर्व सीईओ (CEO) पराग अग्रवाल भी शामिल हैं. पराग अग्रवाल समेत चार पूर्व अधिकारियों का दावा है कि मस्क ने 2022 में 44 बिलियन डॉलर के सौदे में ट्विटर को लेने के समय सार्वजनिक रूप से करीब 200 मिलियन डॉलर के उनके सेवरेंस पेमेंट को रोकने की कसम खाई थी. मस्क पर मुकदमा करने वालों में पराग अग्रवाल के अलावा ट्विटर के पूर्व सीएफओ (CFO) नेड सेगल, ट्विटर की पूर्व लीगल एंड पॉलिसी हेड विजया गड्डे और ट्विटर के पूर्व कानूनी सलाहकार सीन एडगेट शामिल हैं.
अदालत में दायर याचिका में क्या कहा?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार पराग अग्रवाल के वकीलों ने कैलिफोर्निया के उत्तरी जिले के लिए अमेरिकी डिस्ट्रिक कोर्ट में दायर 38 पेज की शिकायत में कहा, ‘एलन मस्क के कंट्रोल में ट्विटर कर्मचारियों को धोखा देने वाली कंपनी बन गई है. मस्क की तरफ से अपने बिलों का भुगतान नहीं किया जाता. मस्क मानते हैं कि उन पर किसी तरह का नियम लागू नहीं होता. वह अपनी संपत्ति और शक्ति का प्रयोग ऐसे लोगों के खिलाफ करते हैं, जो उनसे असहमत होते हैं. टर्मिनेशन लेटर में मस्क ने लोगों पर ‘लापरवाही’ करने और जानबूझकर मिसबिहेव करने का आरोप लगाया है.
सेवरेंस पेमेंट क्या है?
पिछले दिनों दिग्गज टेक कंपनियों, स्टार्टअप समेत तमाम कंपनियों की तरफ से कर्मचारियों की छंटनी की गई है. आमतौर पर छंटनी के शिकार कर्मचारियों को ग्रेच्युटी, अर्न लीव अलाउंस (earned leave allowances) और पीएफ के अलावा और भी पैसा मुआवजे के रूप में दिया जाता है. ऐसे में नौकरी से निकाले जाने के एवज में दिये जाने वाले पेमेंट को सेवरेंस पेमेंट (Severance Payment) कहा जाता है