मछुआरे ने CM एमके स्टालिन के सामने चेक लेने से किया इनकार, कहा सहायता राशि बहुत कम है, नहीं लेंगे

Fisherman Denied To Accept Cheque: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के सामने सोमवार (4 मार्च) को उस‌ समय असहज स्थिति बन गई जब उन्होंने एक मछुआरे को उसकी नाव डूब जाने की वजह से सहायता राशि के तौर पर 2 लाख का चेक कर दिया, लेकिन उसने इसे स्वीकार करने…

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Reported by Atul Kumar

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Fisherman Denied To Accept Cheque: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के सामने सोमवार (4 मार्च) को उस‌ समय असहज स्थिति बन गई जब उन्होंने एक मछुआरे को उसकी नाव डूब जाने की वजह से सहायता राशि के तौर पर 2 लाख का चेक कर दिया, लेकिन उसने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया.

 मछुआरे का कहना था कि मुख्यमंत्री की ओर से दी गई राशि बहुत कम है. हालांकि बाद में अधिकारियों की ओर से समझाने बुझाने और अधिक मदद का आश्वासन दिए जाने के बाद उसने चेक स्वीकार कर लिया है.

भारी बारिश के बाद डूब गई थी नाव

जिस मछुआरे ने सीएम के सामने चेक लेने से मना कर दिया था, उसका नाम आर रमेश है. वह पूमपुहार का रहने वाला है. प्रशासन के अधिकारियों ने बताया है कि मछुआरे का जहाज 2020 में भारी बारिश के दौरान मछली पकड़ने के दौरान बंदरगाह के पास डूब गया था. राज्य सरकार ने राहत और बचाव सहायता के तौर पर उसे वित्तीय मदद का निर्णय लिया था.  उस समय भारी बारिश के दौरान हुए जानमाल के नुक़सान के बाद राज्य सरकार ने इस बात का आंकलन किया था कि किन लोगों को मदद की जरूरत है. जिन घरों को नुक़सान पहुंचा था, उन्हें भी सहायता राशि देने लिस्टेड लिया गया था.

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उसी समय नाव डूब जाने की वजह से इस मछुआरे को भी सहायता राशि देने के लिए लिस्टेड किया गया था. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को मन्नमपंथल में 143.46 करोड़ रुपये का कल्याण सहायता वितरित किया. इसी दौरान उसे 2 लाख रुपये का मुआवजा दिया.

मंत्रियों को वापस कर दिया था चेक

हालांकि, जब आर रमेश को चेक प्राप्त करने के लिए मंच पर बुलाया गया तो उन्होंने कथित तौर पर सीएम को बताया कि राहत राशि अपर्याप्त है. उसने बताया कि उसे मुआवजे में 5 लाख रुपये की उम्मीद थी. इसके बाद उसने मंच पर मौजूद मंत्रियों को चेक सौंप दिया.

हालांकि कलेक्टर एपी महाभारती ने कहा कि जिला प्रशासन ने उसे समझाया कि और अधिक राहत देने पर विचार किया जाएगा. इस बारे में आश्वासन मिलने के बाद रमेश ने अधिकारियों से चेक स्वीकार कर लिया.

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