सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तो पर केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी, पाकिस्तानी नेता ने भी खुशी जताई

Arvind Kejriwal Bail: शुक्रवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की तिहाड़ जेल से रिहाई हो गई। सीएम के बाहर आने पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी जोश देखने को मिला। किंतु केजरीवाल के रिहा होने का जोश सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं तक सीमित न रहा सका और पड़ोस…

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Reported by Atul Kumar

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Arvind Kejriwal Bail: शुक्रवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की तिहाड़ जेल से रिहाई हो गई। सीएम के बाहर आने पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी जोश देखने को मिला। किंतु केजरीवाल के रिहा होने का जोश सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं तक सीमित न रहा सका और पड़ोस के देश पाकिस्तान के नेता भी जोश से भर गए है। कल पाकिस्तान के भूतपूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी की तरफ से भी केजरीवाल के रिहा होने पर खुशी का इजहार हुआ है। वो कहते है कि नरमपंथी भारत के लिए ये एक गुड न्यूज है।

पाकिस्तानी नेता की केजरीवाल पर प्रतिक्रिया

फवाद चौधरी ने एक्स अकाउंट पर लिखा है कि मोदीजी एक और जंग हार चुके है। केजरीवाल रिहा हुए है और ये नरमपंथी भारत के लिए गुड न्यूज है। दिल्ली शराब पॉलिसी स्कैम केस में शुक्रवार के दिन केजरीवाल को उच्चतम न्यायालय से बेल मिल चुकी है और देर शाम के समय वो तिहाड़ जेल से रिहा हो चुके है। 50 दिन के बाद सुप्रीम कोर्ट की तरफ से केजरीवाल को अंतरिम बेल का निर्णय मिला है और 2 जून को वो जेल में वापस आयेंगे।

पहले भी भारत पर केमेंट कर चुके है फवाद

यह कोई पहला अवसर नही है जब पाकिस्तानी पूर्व मिनिस्टर फवाद भारतीय चुनावो एवं अंदरूनी सियासत पर कमेंट कर रहे हो। फवाद को इससे पूर्व में भी भारतीय मुद्दों पर बेवजह के कमेंट पर चर्चाएं मिली है। वो राहुल गांधी का एक वीडियो एक्स पर शेयर कर चुके है जिसमे राहुल बीजेपी एवं RSS पर हमलावर हो रहे है।

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फवाद ने वीडियो के कैप्शन में लिखा कि राहुल गांधी पंडित जवाहरलाल नेहरू के जैसे ही समाजवादी है। दोनो देशों की एक ही परेशानी है, जैसे भारत में 30 से 50 फैमिली के पास राष्ट्र की 70% प्रॉपर्टी है तो पाकिस्तान बिजनेस काउंसिल मेंबर्स के पास 75% प्रॉपर्टी है। प्रॉपर्टी का ठीक से बंटवारा कैपिटलिज्म की सर्वाधिक बड़ी चुनौती है।

4 पाबंदियों के साथ अंतरिम बेल मिली

केजरीवाल को अंतरिम बेल मिलने के बाद वो कुछ कार्य नही कर पाएंगे जिनको लेकर उच्चतम न्यायालय ने सख्त कंडीशन लगाई है। जैसे वो मुख्यमंत्री होकर भी सीएम ऑफिस नहीं जा पाएंगे और वो शिवालय भी नही जा सकेंगे। वो किसी भी सरकार की फाइल पर भी हस्ताक्षर नहीं कर पाएंगे। किंतु यदि उपराज्यपाल के अनुसार किसी खास फाइल पर सिग्नेचर जरूरी हो तो केजरीवाल कर पाएंगे।

केजरीवाल को दिल्ली की कैंसिल आबकारी पॉलिसी से संबंधित धन संशोधन के गवाहों से बातचीत की अनुमति नहीं होगी। इस प्रकार से केजरीवाल पर उनकी अंतरिम बेल के समय पर यह 4 मुख्य पाबंदी रहने वाली है।

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हनुमान मंदिर में जाने की बात कही

जेल से रिहाई के बाद हनुमानजी के ऊपर अपनी भक्ति दर्शाते हुए केजरीवाल का कहना था कि ये उनके (हनुमानजी) के आशीष से ही हो सका है। तिहाड़ जेल के चौथे नंबर के गेट से निकलते हुए आप नेता, कार्यकर्ता एवं पार्टी के समर्थक उनके जोशीले स्वागत में लग गए। अपनी कार के सनरूफ पर खड़े होकर “जेल के ताले टूट गए, केजरीवाल छूट गए” नारे के साथ केजरीवाल ने लोगो के सामने बोलना शुरू किया। केजरीवाल ने शनिवार के दिन कनॉट पैलेस के हनुमान मंदिर में जाकर पूजा करके 1 बजे आप ऑफिस में प्रेस वार्ता की भी बात कही।

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